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आयकर विभाग (Income Tax Department) ने आयकरदाताओं को रिफंड का वादा करने वाले ‘फिशिंग’ ई-मेल से आगाह किया है. विभाग ने रविवार को ट्वीट कर करदाताओं को सतर्क करते हुए कहा कि वे ऐसे किसी लिंक पर क्लिक न करें, जिसमें रिफंड का वादा किया गया हो. विभाग ने कहा कि ये फर्जी ईमेल आयकर विभाग की ओर से नहीं भेजे गए हैं.
आयकर विभाग का कहना है कि वह करदाताओं से ईमेल के जरिए ​व्यक्तिगत जानकारी की डिटेल नहीं मांगता है. न ही वह पिन नंबर, पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड, बैंक व अन्य वित्तीय खातों की एक्सेस से जुड़ी कोई सूचना की मांग करती हुई ईमेल भेजता है.
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Taxpayers Beware!
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) May 3, 2020
Please do not click on any fake link which promises to give refund. These are phishing messages and are not sent by the Income Tax Department. Please read the details carefully here https://t.co/90VSq32w0K#StaySafe#IndiaFightsCorona#StayAtHome#BeAwarepic.twitter.com/gfF2RZDTpu
अगर मिले ऐसी ईमेल तो क्या सावधानी बरतें?
आयकर विभाग के मुताबिक, अगर करदाताओं को ऐसी कोई जालसाजी वाली ईमेल आयकर विभाग के नाम से प्राप्त होती है तो...
- उस पर रिप्लाई न करें.
- मेल में आया अटैचमेंट न खोलें. इसमें मैलि​शियस कोड हो सकते हैं, जो आपके कंप्यूटर को इन्फेक्ट कर सकते हैं.
- मेल में कोई लिंक दिया है तो उस पर क्लिक न करें. अगर क्लिक किया है तो बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड जैसी डिटेल्स न डालें.
- लिंक को कट कर ब्राउजर में पेस्ट न करें.
- कुछ फिशिंग ईमेल्स में ऐसे साफ्टवेयर होते हैं, जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं या फिर इंटरनेट पर आपकी गतिविधि ट्रैक कर सकते हैं. इसलिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर, एंटी स्पाईवेयर और फायरवॉल का इस्तेमाल करें और इन्हें अपडेट रखें.
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ऐसे करें रिपोर्ट
अगर आपको कोई फिशिंग ईमेल मिली है या फिर कोई ऐसी वेबसाइट मिली है, जो आयकर विभाग की वेबसाइट जैसी लगती है तो उस ईमेल या वेबसाइट यूआरएल को webmanager@incometax.gov.in पर भेज दें. एक कॉपी incident@cert-in.org.in को भी भेजी जा सकती है. आप प्राप्त हुए मैसेज को फॉरवर्ड कर सकते हैं या फिर ईमेल का इंटरनेट हैडर उपलब्ध करा सकते हैं. इंटरनेट हैडर में अतिरिक्त जानकारी होती है, जिससे विभाग को मेल भेजने वाले का पता लगाने में मदद मिलेगी. ईमेल मैसेज या हैडर इन्फो विभाग को भेजने के बाद इसे डिलीट कर दें. अगर कोई ऐसी फिशिंग मेल आई है, जिसका आयकर विभाग से संबंध नहीं है तो उसे incident@cert-in.org.in पर भेजें.
8-20 अप्रैल तक 14 लाख रिफंड जारी
ताजा आंकड़ों के अनुसार 8-20 अप्रैल 2020 के दौरान विभाग ने विभिन्न श्रेणी के करदाताओं को 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के 14 लाख रिफंड जारी किए हैं. इनमें व्यक्तिगत, हिंदू अविभाजित परिवार, प्रोपराइटर, फर्म, कॉरपोरेट, स्टार्टअप्स और लघु एवं मझोले उपक्रम (एसएमई) श्रेणी के आयकरदाता शामिल हैं. वित्त मंत्रालय ने आठ अप्रैल को कहा था कि वह कोविड-19 की वजह प्रभावित लोगों और कंपनियों को राहत के लिए आयकर रिफंड जारी करने की प्रक्रिया को तेज करेगा. इस दिशा में पांच लाख रुपये तक के लंबित रिफंड जारी करने के काम में तेजी लाई जाएगी. इससे 14 लाख करदाताओं को लाभ होगा.
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