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इनकम टैक्स विभाग ने दो फिल्म प्रोडक्शन कंपनियों, दो टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों और एक बड़ी अभिनेत्री को रेड करने के बाद 650 करोड़ रुपये से ज्यादा की वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाया है.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने गुरुवार को दावा किया कि इनकम टैक्स विभाग ने दो फिल्म प्रोडक्शन कंपनियों, दो टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों और एक बड़ी अभिनेत्री को रेड करने के बाद 650 करोड़ रुपये से ज्यादा की वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाया है. हालांकि, सीबीडीटी ने कोई नाम नहीं लिया. CBDT से यह बयान ऐसे समय में आया है, जब बॉलीवुड एक्टर तापसी पन्नू, डायरेक्टर अनुराग कश्यप और उनके सहयोगियों के घरों और दफ्तरों पर रेड की.
मुंबई, पुणे और हैदराबाद में छापेमारी
अनुराग कश्यप और उनके सहयोगियों ने साथ मिलकर फैंटम फिल्मस को लॉन्च किया था, जो अब बंद हो चुकी है. यह छापेमारी मुंबई, पुणे और हैदराबाद में दूसरे दिन भी जारी रही. अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी में सिलेब्रिटी और टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों KWAN और Exceed के कुछ अधिकारी भी शामिल थे.
एक दिन बाद, बिना लोगों या कंपनियों का नाम लिए हुए, सीबीडीटी ने कहा कि छापेमारी में शामिल इकाइयां मुख्य तौर पर मोशन पिक्चर्स, वेब सीरीज, एक्टिंग, डायरेक्शन और सिलेब्रिटीज और दूसरे कलाकारों के टैलेंट मैनेजमेंट के कारोबार में हैं. आधिकारिक सूत्रों ने रेड की गई इकाइयों की पहचान और फैंटम फिल्म्स के चार पूर्व प्रमोटर्स के तौर पर की है, जिसमें कश्यप, निर्देशक-निर्माता विक्रमादित्य मोटवाने और निर्माता विकास बहल, निर्माता-डिस्ट्रीब्यूटर मधु मांटेना शामिल हैं. उन्होंने सिलेब्रिटीज और टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों की भी पहचान Kwan और Exceed के तौर पर की है.
दूसरी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी, जहां छापेमारी हुई, वह कश्यप की है. सीबीडीटी की ओर से आए बयान में दावा किया गया है कि असल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तुलना में बड़े प्रोडक्शन हाउस द्वारा आय को बड़े तौर पर छुपाने के प्रमाण मिले हैं.
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2011 में हुई फैंटम फिल्म्स की स्थापना
बता दें कि अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, प्रोड्यूसर मधु वर्मा मंतेना और विकास बहल ने मिलकर 2011 में फैंटम फिल्म्स का गठन किया गया था. इसके बाद मार्च 2015 में इस कंपनी की 50 फीसदी हिस्सेदारी रिलायंस एंटरटेनमेंट ने खरीद ली थी. अंत में 2018 में यह कंपनी उस वक्त भंग कर दी गई, जब विकास बहल पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे. इसके बैनर तले लुटेरा, क्वीन, अग्ली, NH10, मसान और उड़ता पंजाब जैसी फिल्मों का निर्माण हुआ है.
अनुराग कश्यप ने बाद में एक नई प्रोडक्शन कंपनी ‘गुड बैड फिल्म्स’ लॉन्च की. जबकि मोटवानी ने ‘आंदोलन फिल्म्स’ लॉन्च किया. मधु मंतेना के खिलाफ छापेमारी का संबंध ‘क्वान’ से भी है. मंटेना इसके को-प्रमोटर हैं.