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पीएम मोदी ने दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम के नए माइलस्टोन छूने की खुशी में बधाई दी.
1 Billion Vaccine Dose: भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीननेशन कार्यक्रम चल रहा है और आज इस कार्यक्रम ने एक नया माइलस्टोन छू लिया है. भारत में आज 100 करोड़ (1 बिलियन) वीं वैक्सीन लगाई गई. धीमी शुरुआत और हाल ही में वैक्सीनेशन में गिरावट के चलते सरकार व हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स की बढ़ी चिंता के बाद भारत के वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया एक गाना और ऑडियो-विजु्अल फिल्म लॉन्च करेंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मांडविया इस लैंडमार्क माइलस्टोन को सेलीब्रेट करने के लिए लाल किला (Red Fort) पर इस गाने और फिल्म को लॉन्च करेंगे. भारत में बुधवार तक 99.85 करोड़ डोज लगाई जा चुकी थी जिसमें से करीब 90 फीसदी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन है जिसे भारत में ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने तैयार किया है.
90 से 100 करोड़ डोज का फासला सबसे तेज किया तय
दुनिया भर में वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है लेकिन 90 करोड़ डोज से 100 करोड़ डोज पहुंचने के मामले में भारत की गति सबसे तेज रही. भारत ने महज 85 दिनों में यह उपलब्धि हासिल कर ली यानी कि महज 85 दिनों में 10 करोड़ डोज लगा दी गई. इसके विपरीत अमेरिका में 85 दिनों में महज 9.20 करोड़ डोज लगाए जा सके थे और चीन में 6.14 करोड़ डोज.
94.4 करोड़ वयस्कों को इस साल टीका लगाने का लक्ष्य
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने ट्विटर पर जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज नहीं ली है, उनसे अपील किया है कि जल्द से जल्द वे इसके शॉट्स ले लें और देश की ऐतिहासिक टीकाकरण यात्रा में योगदान करें. सरकार चाहती है कि इस साल के अंत तक देश के 94.4 करोड़ वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगा दी जाए. अभी तक इसमें से 75 फीसदी लोगों ने वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगवा ली है और 31 फीसदी ने दोनों शॉट्स ले लिए हैं. मंत्रालय के मुताबिक बड़ी संख्या में ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने ड्यू डेट बीतने के बावजूद वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है.
देश में अब तक आए हैं 3.41 करोड़ केसेज
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित अब तक 3.41 करोड़ मामले सामने आए हैं. इसके चलते 4.52 लाख से अधिक की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक मौतें कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान डेल्टा वैरिएंट के चलते हुई जो अप्रैल और मई 2021 में तेजी से लोगों को संक्रमित कर रही थी. इसकी रोकथाम के लिए सबसे प्रभावी तरीका वैक्सीनेशन माना जा रहा है और भारत में इसकी शुरुआत जनवरी 2021 से हुई. इस महीने हर दिन औसतन 50 लाख डोज लगाए जा रहे हैं जो सितंबर महीने के रिकॉर्ड लेवल का पांचवा हिस्सा है. वैक्सीनेशन की गति धीमी हुई है जबकि रिकॉर्ड उत्पादन के चलते वैक्सीनेशन का स्टॉक बहुत अधिक है. राज्यों के पास 10 करोड़ से अधिक वैक्सीन का स्टॉक है. संक्रमण के नए मामले मार्च के बाद से सबसे कम स्तर पर आ गए हैं लेकिन सरकार आने वाले त्योहारी सीजन को देखते हुए अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रही है.