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इंडस्ट्री बॉडी ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए कहा है कि देश में कोरोना वायरस महामारी को कम करने के लिए लॉकडाउन जरूरी है.
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पीएम मोदी ने 14 अप्रैल को अपने एक संबोधन में देश में लॉकडाउन पार्ट 2 का एलान कर दिया है. देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है. इंडस्ट्री बॉडी ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए कहा है कि देश में कोरोना वायरस महामारी को कम करने के लिए लॉकडाउन जरूरी है. लेकिन इसके चलते जिस तरह से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा है, उसे पटरी पर लाने के लिए बड़े राहत पैकेज की सख्त जरूरत है. बता दें कि लॉकडाउन का पहला फेज 14 अप्रैल यानी मंगलवार को ही खत्म हो रहा है.
अबतक 8 लाख करोड़ का नुकसान
फिक्की की प्रेसिडेंट संगीता रेड्डी के अनुसार हमारा अनुमान है कि पिछले 21 दिन से पूरे देश में चल रहे लॉकडाउन के चलते भारत को रोज 40 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस लिहाज से अबतक करीब 8 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है. वहीं, इसके चलते अप्रैल से सितंबर 2020 के बीच करीब 4 करोड़ नौकरियों पर खतरे की घंटी है. इसे देखते हुए सरकार को तुरंत एक बड़े राहत पैकेज का एलान करना चाहिए, जिससे अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाया जा सके.
CII डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी ने भी लाकडाउन पार्ट 2 का समर्थन करते हुए कहा कि यह देश को कोरोना वायरस महामारी से बचाने के लिए जरूरी कदम था. उनका कहना है कि पीएम ने 20 अप्रैल के बाद कुछ गाइडलाइन के साथ छूट की भी बात कही है जो इंडस्ट्री के लिए बेहतर बात है. IT इंडस्ट्री बॉडी Nasscom ने भी इसका समर्थन करते हुए कहा है कि लॉकडाउन एक्सटेंशन से सरकार को आगे के लिए और बेहतर स्ट्रैटेजी बनाने का मौका मिलेगा.
सोशल डिस्टंसिंग ही कारगर उपाय
हिंदुस्तान पावर के चेयरमैन रतुल पुरी के अनुसार लॉकडाउन और सोयाल डिस्टेंसिंग ही इस महामारी से निपटने के 2 कारगर उपाय हैं. हालांकि इसका बिजनेस और ओवरआल इकोनॉमी पर असर हो रहा है. जिंदल स्टील एंड पावर लिमिअेड के चेयरमैन नवीन जिंदल का कहना है कि लॉकडाउन का एक्सटेंशन बहुत जरूरी था. पीएम के इस निर्णय का समर्थन है. हालांकि 20 अप्रैल के बाद कुछ राहत स्वागत योग्य कदम है.
मिल सकती है कुछ राहत
इंडस्ट्री के अनुसार लॉकडाउन के चलते ओवरआल इकोनॉमी पर असर हो रहा है. इससे रोजाना कमाने वाले वर्कर्स को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है. वहीं उद्योग धंधों पर इसकी बड़ी मार पड़ रही है. इसके चलते यह मांग हो रही है कि लॉकडाउन पार्ट 2 में कुछ सेक्टर को राहत दी जाए. केंद्र सरकार इसे देखते हुए कल लॉकडाउन पार्ट 2 के लिए अपनी गाइडलाइन जारी करेगी. माना जा रहा है कि इसमें कुछ सेकटर को छूट दी जा सकती है.
पिछले महीने सरकार ने लॉकडाउन में आम लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए 1.7 लाख करोड़ के राहत पैकेज का एलान किया था. इसके अलावा हेल्थ केयर सेक्टर में काम करने वालों के लिए बीमा की घोषणा हुई थी. वहीं आरबीआई ने लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए रेपो रेट में 75 अंकों और सीआरआर में 100 अंकों कटौती की थी.