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पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयान पर भारत के विदेश मंत्रालय ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
India Slams Pakistan For Bilawal Bhutto's Statement on PM Modi: पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयान पर भारत के विदेश मंत्रालय ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'गुजरात का कसाई' बताने वाले भुट्टो के बयान को असभ्यता से भरा बताते हुए कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने खुद अपने स्तर के हिसाब से भी गिरावट की नई हद पार कर ली है.
एस जयशंकर के बयान से तिलमिलाया पाकिस्तान
दरअसल, हाल ही में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद और ओसामा बिन लादेन को पनाह देने के मुद्दे पर घेरा था. गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए पूछा था कि आप ऐसा करना कब बंद करेंगे. इसका जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा था कि पाकिस्तानी पत्रकार ने यह सवाल गलत मंत्री से पूछ दिया है. दरअसल यह सवाल पाकिस्तान के मंत्रियों से पूछना चाहिए कि वे कब तक आतंकवाद के रास्ते पर चलते रहेंगे. उन्होंने पाकिस्तान में लादेन समेत कई अंतरराष्ट्रीय आतंकियों को पनाह दिए जाने का मुद्दा भी उठाया था.
भुट्टो के बयान में दिखी पाकिस्तान की बौखलाहट
जयशंकर के इस हमले से बौखलाए बिलावल भुट्टो ने कह दिया कि "मैं भारत को बताना चाहता हूं कि ओसामा बिन लादेन मर चुका है, लेकिन गुजरात का कसाई जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है." भुट्टो ने कहा, “नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने तक उनके अमेरिका में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा हुआ था." भुट्टो ने पीएम मोदी को आरएसएस का प्रधानमंत्री और एस जयशंकर को आरएसएस का विदेश मंत्री बताते हुए कहा, "आरएसएस क्या है? आरएसएस हिटलर के ‘SS’ से प्रेरणा लेता है.”
पाकिस्तान में आतंकवाद सरकारी नीति का हिस्सा : बागची
अरिंदम बागची ने भुट्टो के इन बयानों के बारे में पूछे जाने पर कहा, "ऐसे बयान पाकिस्तान के स्तर से हिसाब से भी गिरावट की नई हद पार करने वाले हैं. बेहतर होगा पाकिस्तान के विदेश मंत्री अपनी बौखलाहट उन लोगों पर निकालें, जिन्होंने उनके अपने देश में आतंकवाद को सरकारी नीति का हिस्सा बना दिया है और आतंकवादी संगठनों के मास्टरमाइंड बने बैठे हैं. पाकिस्तान को अपनी मानसिकता में बदलाव लाना चाहिए." उन्होंने कहा कि लगता है पाकिस्तानी विदेश मंत्री का असभ्य बयान आतंकवादियों के इस्तेमाल में मिली नाकामी से उपजी बौखलाहट का नतीजा है. बागची ने कहा कि पाकिस्तान ऐसा देश है, जो ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादी को को शहीद का दर्जा देकर सम्मानित करता है और लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, साजिद मीर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंवादियों को शरण देता है. दुनिया का कोई और ऐसा देश नहीं होगा, जिसने संयुक्त राष्ट्र की तरफ से टेररिस्ट करार दिए गए 126 आतंकवादियों और 27 आतंकी संगठनों को पनाह दे रखी हो.
बागची ने पाकिस्तान को याद दिलाई बांग्लादेश युद्ध की हार
अरिंदम बागची ने बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में पाकिस्तानी फौज की हार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि लगता है पाकिस्तानी विदेश मंत्री को 1971 की यह तारीख याद नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार ने तब बंगाल के हिंदुओं और मुसलमानों का नरसंहार किया था और दुर्भाग्य से अपने अल्पसंख्यकों के साथ उसका बर्ताव अब भी ज्यादा बदला नहीं है." केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी बिलावल भुट्टो के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "पाकिस्तान के विदेश मंत्री का बयान बेहद शर्मनाक है. शायद वे भारतीय सेना के हाथों 1971 में मिली हार का दर्द अब तक भूल नहीं पाए हैं. दुनिया ने पाकिस्तान की हरकतें और इरादे देखे हैं. वे लंबे अरसे से आतंकवादियों को पनाह देते रहे हैं. जबकि पीएम मोदी आतंकवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाते रहे हैं."