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Representational Image: MIG 29 (IAF)
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भारतीय वायुसेना के कम होते विमानों को देखते हुए सरकार करीब 200 विमानों को खरीदने की प्रक्रिया में है. रक्षा सचिव अजय कुमार ने रविवार को कहा कि एचएएल निर्मित 83 एलसीए तेजस मार्क 1ए उन्नत लड़ाकू विमानों के लिए निविदा प्रक्रिया अंतिम चरण में है. कुमार ने कहा कि इनके अलावा 110 अन्य विमानों के लिए अभिरूचि पत्र (ईओआई) जारी किया गया है, जिसके आधार पर अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) जारी किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि करीब 200 विमानों के लिए अधिग्रहण प्रक्रिया जारी है. रक्षा सचिव ने भारतीय तट रक्षक पोतों की कोलकाता में कमीशनिंग के मौके के इतर कहा कि हम 83 हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) मार्क 1 ए की निविदा को अंतिम रूप देने के प्रक्रिया में हैं. ये उन्नत लड़ाकू विमान हैं, जो भारत की त्वरित जरूरतों को पूरा करेंगे. एलसीए के लिए निविदा पर निश्चित रूप से इसी वर्ष हस्ताक्षर किए जाएंगे.
सालाना 8 से 16 एलसीए मार्क 1 ए जेट का होगा उत्पादन
यह पूछने पर कि नए विमानों के अधिग्रहण के लिए क्या कोई समय सीमा तय की गई है तो रक्षा सचिव ने कहा कि हम इसे जल्द से जल्द करना चाहते हैं. कुमार ने कहा कि डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया गया है और सरकारी एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) प्रतिवर्ष आठ से 16 एलसीए मार्क 1 ए जेट का उत्पादन करेगी.
उन्होंने आगे कहा कि अगर जरूरत हुई तो आउटसोर्सिंग के माध्यम से हम इसे और बढ़ाएंगे. वायुसेना के पास सुखोई 30 एमकेआई, मिराज 2000, मिग 29 और पुराने हो रहे जगुआर और मिग 21 बाइसन युद्धक विमान हैं.