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India vs Australia WTC Final: साल 2015 से भारत बॉर्डर गवास्कर ट्राफी में लगातार ऑस्ट्रेलिया पर दबदबा बनाया हुआ है.
India vs Australia WTC Final: कल यानी 7 जून को ओवल मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खिताबी भिड़ंत होगी. दो साल तक चले टेस्ट चैंपियनशिप के शुरुआती मुकाबले में दोनों-टीमें ने उतार चढ़ाव देखा है लेकिन शुभमन गिल और विराट कोहली का शानदार फॉर्म और रविंद्र जडेजा का मिडास टच इस मैच का रुख एक झटके में बदल सकता है. पूर्व क्रिकेटरों जैसे रिकी पोंटिंग और वसीम अकरम ने कहा कि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के पलड़ा भारी होगा लेकिन रिकॉर्ड और खिलाड़ियों के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह कहा जा सकता है भारत एक मोरल एज के साथ इस मैदान में उतरेगा. साल 2015 से भारत बॉर्डर गवास्कर ट्राफी में लगातार ऑस्ट्रेलिया पर दबदबा बनाया हुआ है. आइये जानते हैं वो 5 फैक्टर जो इस मैच में काम आने वाले हैं.
ओवल पर ऑस्ट्रेलिया का खराब प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के द ओवल के मैदान पर पहला मैच साल 1980 में खेला था. अभी तक इस मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 38 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें से उसे मात्र 7 टेस्ट मैचों में जीत नसीब हुई है. इंग्लैंड के किसी भी मैदान की तुलना में कंगारुओं का प्रदर्शन यहां सबसे निराशाजनक रहा है. इस जगह पर टीम की सफलता की दर 18.42 फीसदी है. भारत के फेवर में सबसे बड़ी ये बात है कि पिछले 50 साल में ऑस्ट्रलिया ओवल पर मात्र दो मैचों में ही परचम लहरा पाने में सफल रहा है. इस मैदान पर कंगारुओं का रिकॉर्ड देखकर साफ कहा जा सकता है कि यह जगह हमेशा ऑस्ट्रेलियाई टीम की कड़ी परीक्षा लेती है. वहीं, भारतीय टीम ने इस मैदान पर 14 टेस्ट खेलें हैं जिसमें भारत ने 2 मैचों में बाजी मारी है और 5 मैचों में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा है और 7 मैच ड्रा हुए हैं. इस मैदान पर खेले गए पिछले मैच में भारत ने इंग्लैंड को 157 से पटखनी दी थी.
विराट का हॉट फॉर्म
इस मैच में काफी कुछ किंग कोहली के परफोर्मेंस पर भी निर्भर करेगा. विराट कोहली पिछले एक साल से शानदार फॉर्म में दिख रहे हैं. इस बार के आईपीएल में भी उनके बल्ले ने आग उगला है. इस सीजन खेले 14 मैचों में कोहली ने 53 की औसत से 639 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होने दो शतक और 6 अर्धशतक लगाए हैं. इसके इतर पैट कमिंस की टीम के खिलाफ भी कोहली का रिकॉर्ड अच्छा है. उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ 48.27 की औसत से 1979 रन बनाए हैं. ऑस्टेलिया के महान कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रिंकी पोंटिंग ने भी कहा है कि फाइनल में कोहली और पुजारा टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा होंगे.
शुभमन गिल छाप छोड़ने को होंगे बेताब
दाएं हाथ का युवा खिलाड़ी (शुभमन गिल) इस साल सभी प्रारूपों में शानदार फॉर्म में रहा है. हाल ही में समाप्त हुए आईपीएल में उन्होंने कई अद्भुत पारियां खेली हैं. गिल ने इस सीजन में 3 शानदार शतक के बदौलत 890 रन बनाए. इस सीजन उन्होंने ऑरेंज कैप भी अपने नाम किया. ऑस्ट्रलिया के घातक गेंदबाज स्टार्क अभी तक खेले गए मैचों में गिल के सामने शाधारण लगे हैं. स्टार्क को खेलने के लिए गिल ने अलग टैक्टिस को अपनाया है. वो हमेशा स्टार्क के खिलाफ तेज शुरुआत करते हैं और उन्हें लय आने का मौका नहीं देते हैं जिससे भारतीय टीम को फायदा मिलता है. फाइनल मैच के लिए भारतीय बल्लेबाजी काफी मजबूत नजर आ रही है और ये कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय टीम इस बार ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की कठिन परीक्षा लेने वाली है.
शमी और सिराज का दमदार फॉर्म
नई गेंद के साथ दोनों गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई टीम का सफाया करने का माद्दा रखते हैं. सिराज और शमी दोनों को कंगारुओं के खिलाफ खेलने का अनुभव है और दोनों अभी तक इस टीम के खिलाफ काफी सफल भी हुए हैं. बुमराह की गैर-मौजूदगी में इन दोनों के कन्धों पर ही टीम की कमाना होगी. भारत के अच्छी बात है कि दोनों गेंदबाज अभी शानदार लय में दिख रहे हैं. शमी एक तरफ जहां इस आईपीएल सबसे ज्यादा विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम किये, तो वहीं सिराज का इकॉनोमी इस सीजन सबसे शानदार था.
सर रविंद्र जडेजा होंगे तुरुप का इक्का
दुनिया के नंबर 1 आल-राउंडर रविंद्र जडेजा भारत के लिए सबसे अहम हैं. भारत इस मैच में कैसा प्रदर्शन करेगा ये जडेजा के परफोर्मेंस पर भी निर्भर करेगा. घुटने की चोट से वापसी के बाद से 34 साल के इस खिलाड़ी ने जो कुछ भी छुआ है वह सोने में बदल गया है. जडेजा भारत में आखिरी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में प्लेयर ऑफ द सीरीज थे. हालांकि इंग्लैंड में स्थितियां पूरी तरह से अलग हो सकती हैं, लेकिन जडेजा की घातक गेंदबाजी अभी भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के दिमाग में धूम रही होगी. जडेजा भारतीय टीम का एक एसेट हैं. वो बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग समेत क्रिकेट के सभी कलाओं में माहिर हैं. इस सीजन उन्होंने चेनई के लिए जिस तरह का प्रदर्शन किया है, भारतीय टीम चाहेगी कि ये फॉर्म वो WTC में भी बरकरार रखें.