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While previously, the country’s GDP shrank by a record 23.9 per cent in the fiscal’s first quarter, the economy has substantially narrowed contraction to a single digit in Q2.
घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने सोमवार को देश के जीडीपी अनुमानों को आगे और घटाते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में 11 फीसदी तक गिरावट आ सकती है. रेटिंग एजेंसी ने इससे पहले 9.5 फीसदी संकुचन का अनुमान जताया था. इक्रा ने अपने अनुमानों को संशोधित करते हुए कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण की दर उच्च स्तर पर बनी हुई है. गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए वृद्धि के आधिकारिक आंकड़े आने के बाद कुछ विश्लेषकों ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान अर्थव्यवस्था में 14 फीसदी तक की गिरावट की बात कही है.
पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट हुई है. इक्रा ने कहा कि छोटे व्यवसायों और अनौपचारिक क्षेत्र के आंकड़े आने के बाद चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े नीचे की ओर संशोधित होते हैं तो वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जीडीपी गिरने के अनुमान बदतर हो सकते हैं.
धीरे-धीरे हो रहा है सुधार
रेटिंग एजेंसी ने इस समय चल रही दूसरी तिमाही के लिए 12.4 फीसदी गिरावट के अनुमान को बनाए रखा है. इक्रा की प्रमुख अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘‘भारत में छह महीने से अधिक समय तक महामारी जारी रहने के साथ, हम समझते हैं कि आर्थिक घटक अब संकट से सामंजस्य बैठा रहे हैं, जिसके चलते कोविड महामारी के बाद सुधार धीरे-धीरे हो रहा है. बड़े पैमाने पर कोविड-19 संक्रमण के साथ यह स्थिति हमारे पिछले अनुमानों के मुकाबले लंबे समय तक बनी रह सकती है.’’
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Q3 व Q4 के लिए ये जताया अनुमान
इक्रा ने Q3FY21 और Q4FY21 के लिए अपने अनुमानों को संशोधित किया है और अब इन तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में क्रमश: 5.4 फीसदी और 2.5 फीसदी की गिरावट होने का अंदेशा जताया है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि कंस्ट्रक्शन, ट्रेड, ट्रान्सपोर्ट, होटल, कम्युनिकेशंस और ब्रॉडकास्टिंग से जुड़ी सर्विसेज बेहद लंबे अंतराल के साथ रिकवर होंगी. नायर का कहना है कि कुछ सेक्टर्स, विशेषकर ट्रैवल, टूरिज्म और रिक्रिएशन जहां सोशल डिस्टेंसिंग मुश्किल है, आर्थिक गतिविधियों को धीमा करेंगे. इसके अलावा जारी आर्थिक अनिश्चितता और स्वास्थ्य चिंताओं के कारण खपत व निवेश से जुड़े फैसले लंबे वक्त के लिए प्रभावित होंगे.