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2019 में रेलवे ने रचा इतिहास, 166 साल में पहली बार बना ये रिकॉर्ड

Indian Railways: भारतीय रेलवे के लिए 2019 ऐतिहासिक साबित हुआ और उसे एक नया कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कराने में सफलता मिली.

Indian Railways: भारतीय रेलवे के लिए 2019 ऐतिहासिक साबित हुआ और उसे एक नया कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कराने में सफलता मिली.

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Indian Railways makes a record first time in its 166 years operation in 2019

Indian Railways: भारतीय रेलवे के लिए 2019 ऐतिहासिक साबित हुआ और उसे एक नया कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कराने में सफलता मिली.

Indian Railways makes a record first time in its 166 years operation in 2019 Indian Railways: भारतीय रेलवे के लिए 2019 ऐतिहासिक साबित हुआ और उसे एक नया कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कराने में सफलता मिली.

Indian Railways: भारतीय रेलवे के लिए 2019 ऐतिहासिक साबित हुआ और उसे एक नया कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कराने में सफलता मिली. दरअसल, रेल दुर्घटनाओं में 2019 में किसी भी यात्री की जान नहीं गई, और इस उपलब्धि के लिए 2019 रेलवे के इतिहास में सर्वाधिक सुरक्षित वर्ष के रूप में दर्ज हो गया.

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रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारतीय रेलवे के 166 साल के लंबे इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि वित्त वर्ष 2019-20 में अभी तक ट्रेन दुर्घटना में किसी भी यात्री की जान नहीं गई. इन आंकड़ों में कहा गया है कि पिछले साल रेलवे में रेलकर्मियों की तो मौत हुई लेकिन पिछले 12 महीनों में किसी भी यात्री की मौत नहीं हुई.

इससे पहले, वर्ष 2018-19 में रेलवे में अनेक दुर्घटनाओं में 16, वर्ष 2017-2018 में 28 और 2016-2017 में 195 लोगों की मौत हुई थी.

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2013-2018 के बीच 900 लोग मरे

आंकडों के अनुसार, 1990-1995 के बीच सालाना औसतन 500 से अधिक दुर्घटनाएं हुईं और इनमें 2,400 लोगों की मौत हुई. जबकि 4,300 लोग घायल हो गए. इसके बाद 2013-2018 के बीच सालाना औसतन 110 दुर्घटनाएं हुईं और इसमें 900 लोग मारे गए, जबकि 1500 लोग घायल हो गए.

बता दें, रेलवे ट्रेन दुर्घटनाओं में टक्कर होना, गाड़ी पटरी से उतरना, आग लगना, क्रासिंग के दौरान होने वाली दुर्घटनाएं और अन्य दुर्घटनाएं शामिल हैं. गौरतलब है कि ट्रेन परिचालन के दौरान उसकी चपेट में आने से हुई मौत को रेलवे दुर्घटना नहीं मानता है.

रेलवे दुर्घटना में कैसे आई कमी

भारतीय रेलवे ने कहा कि रेलवे की ओर से सेफ्टी को लेकर कई कदम उठाए गए, जिसका नतीजा यह रहा कि 2019 में रेल दुर्घटनाओं में किसी भी यात्री को जान से हाथ नहीं धोना पड़ा. रेलवे ने जो कदम उठाए हैं, उनमें रखरखाव के लिए मेगा ब्लॉक्स और आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल होना, ICF कोचेज का LHB कोचेज से रिप्लेसमेंट, मानव रहित सभी क्रॉसिंग को समाप्त करना शामिल है.

2019-20 में पैसेंजर ट्रेन नहीं हुई दुर्घटनाग्रस्त

वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान कोई भी पैसेंजस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुई. लेकिन अब तक कुछ मालगाड़ी ट्रेनें पटरी से जरूर उतरी. बीते 12 महीने के दौरान 33 यात्री जख्मी हुए. कुछ कर्मचारियों की मौत हुई है लेकिन किसी भी यात्री को जान नहीं गंवानी पड़ी है.

2019 में कुछ ट्रेन हादसे

  • सीमांचल एक्सप्रेस के 11 कोच पटरी से उतरे
  • छपरा-सूरत ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पटरी से उतरी
  • हैदराबाद डेक्कन-नई दिल्ली तेलंगाना एक्सप्रेस की पैंट्री कार में आग
  • तेलंगाना दो ट्रेनों की एक दूसरे से टक्कर. इसमें 16 यात्री घायल हुए और मोटरमैन की मौत हो गई
Piyush Goyal Railway Ministry Indian Railways