/financial-express-hindi/media/post_banners/KdVwzNEn070iA7dZbQId.jpg)
Image: PTI
/financial-express-hindi/media/post_attachments/5dJKs8JlA9VHNiwKSjxK.jpg)
कोरोना संकट के बीच रेल मंत्रालय (Indian Railways) ने एलान किया है कि देश में श्रमिक ट्रेनों के अलावा 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनों भी चलाई जाएंगी. रेल मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा भारतीय रेल 1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त टाइम टेबल ट्रेनें चलाने जा रहा है. ये ट्रेन गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की ट्रेन होंगी एवं इन ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन ही उपलब्ध होगी. ट्रेनों की सूचना जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी.
मंत्रालय ने कहा है कि IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए इन स्पेशल नॉन एसी पैसेंजर ट्रेनों के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग जल्द शुरू होगी. इसका मतलब है कि यात्री रेलवे स्टेशनों पर काउंटर टिकट नहीं ले सकेंगे.
जल्द आएगी रूट और और शिड्यूल की डिटेल
यह भी कहा है कि 1 जून से चलने वाली इन ट्रेनों के रूट और टाइम टेबल की डिटेल जल्द ही जारी कर दी जाएगी. बता दें कि 12 मई से रेलवे ने 15 जोड़ी एसी स्पेशल पैसेंजर ट्रेन भी शुरू की हैं. इनकी टिकट भी ऑनलाइन ही बुक हो रही है. इन स्पेशल ट्रेनों के लिए जल्द ही वेटिंग टिकट सिस्टम भी शुरू होने वाला है. रेलवे बोर्ड से जारी एक सर्कुलर के मुताबिक, मेल एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन में फर्स्ट एसी या एग्जीक्यूटिव क्लास के वेटिंग में 20 टिकट काटे जाएंगे, जबकि एसी क्लास में 100 सीटें वेटिंग लिस्ट में होंगी. स्लीपर क्लास में वेटिंग लिस्ट में 200 टिकट काटे जाएंगे.
टिकट बुक करते वक्त ये चीजें हैं अनिवार्य
बता दें कि IRCTC वेबसाइट के लिए टिकट बुक करते वक्त यात्रियों के लिए यह घोषित करना अनिवार्य है कि उन्होंने स्पेशल पैसेंजर ट्रेनों से आने वाले यात्रियों के लिए राज्यों द्वारा घोषित प्रोटोकॉल पढ़ लिए हैं. उदाहरण के तौर पर कुछ राज्यों ने ट्रेन यात्रियों के लिए 14 दिन का क्वारंटाइन अनिवार्य किया हुआ है. इसके अलावा टिकट बुक करते वक्त यात्रियों को अपने गंतव्य का पता भी देना होगा ताकि कान्टैक्ट ट्रेसिंग की जरूरत पड़ने पर रेलवे उनका पता लगा सके.
अगले 2 दिन में 400 प्रतिदिन हो जाएंगी श्रमिक स्पेशल
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि अगले 2 दिनों में भारतीय रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या दोगुनी कर 400 प्रतिदिन कर देगी. इसलिए सभी प्रवासियों से अपील है कि वे जहां हैं, वहीं रहें. रेलवे उन्हें अगले कुछ दिनों में घर पहुंचा देगी. उन्होंने ट्वीट में यह भी बताया है कि भारतीय रेल ने अभी तक 1,595 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों द्वारा 21 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्य पहुंचाया है. गोयल ने राज्यों से अपील की है कि अगर सड़क पर जाते हुए कोई श्रमिक दिखे तो उसे तुरंत नज़दीकी मेन लाइन स्टेशन पर पहुंचाया जाए और उन्हें रजिस्टर करके लिस्ट रेलवे को दे दी जाए, ताकि उन्हें घर पहुंचाया जा सके.