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रियल एस्टेट सेक्‍टर के लिए सेंटीमेंट मजबूत, महंगाई में नरमी और अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार का दिख रहा है असर: रिपोर्ट

Realty Sector: भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई है. इससे स्‍टेकहोल्‍डर्स में अगले 6 महीनों में घरेलू आर्थिक माहौल की स्थिरता और रियल एस्टेट सेक्‍टर के प्रदर्शन पर भरोसा पैदा हुआ है.

Realty Sector: भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई है. इससे स्‍टेकहोल्‍डर्स में अगले 6 महीनों में घरेलू आर्थिक माहौल की स्थिरता और रियल एस्टेट सेक्‍टर के प्रदर्शन पर भरोसा पैदा हुआ है.

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FE Hindi Desk
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Real Estate

Real Estate Sentiment: रियल एस्टेट सेंटीमेंट स्‍कोर जून तिमाही में बढ़कर 63 हो गया है, जो पिछली तिमाही में 57 था. (pixabay)

Real Estate Sector Sentiment: देश में रियल एस्टेट सेक्‍टर के लिये आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है. इस साल अप्रैल-जून तिमाही में सेक्‍टर को लेकर सेंटीमेंट में सुधार हुआ है जबकि अगले छह महीने के लिये भी आउटलुक बेहतर है. प्रॉपर्टी मार्केट के लिए कंसल्‍टेशन देने वाली नाइट फ्रैंक और उद्योग संगठन नारेडको (Knight Frank-NAREDCO) की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) की रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्‍स रिपोर्ट के 37वें संस्करण में कहा गया है कि वर्तमान सेंटीमेंट स्‍कोर बढ़कर 63 हो गया है, जो इससे पिछली तिमाही में 57 था. रिपोर्ट के अनुसार इसका कारण वैश्विक स्तर पर मंदी के माहौल के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था का मजबूत बने रहना है.

इकोनॉमिक इंडीकेटर्स बेहतर

मौजूदा सेंटीमेंट इंडेक्‍स पिछले 6 महीने की तुलना में संबंधित पक्षों के वर्तमान सिनेरियो को बताता है. इसमें कहा गया है कि वृहद आर्थिक स्तर पर महंगाई समेत अन्य इकोनॉमिक इंडीकेटर्स के बेहतर रहने के साथ 2023 की दूसरी तिमाही के दौरान भविष्य को लेकर भी धारणा सकारात्मक बनी हुई है. इस मामले में सेंटीमेंट स्‍कोर बढ़कर 64 हो गया, जो पहली तिमाही में 61 था. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था ने खुद को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में स्थापित किया है. इस बात ने 2023 की दूसरी तिमाही में स्‍टेकहोल्‍डर्स की भावनाओं को काफी प्रभावित किया है.

भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई

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उन्होंने कहा कि विकसित बाजारों में हाई इनफ्लेशन की स्थिति के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई है. इससे स्‍टेकहोल्‍डर्स में अगले 6 महीनों में घरेलू आर्थिक माहौल की स्थिरता और रियल एस्टेट क्षेत्र के प्रदर्शन के बारे में भरोसा पैदा हुआ है. बता दें कि रिटेल इनफ्लेशन इस साल जून में बढ़कर 4.81 फीसदी हो गया था. मई में यह 4.31 फीसदी पर था. हालांकि, यह रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संतोषजनक दायरे में है. आरबीआई को रिटेल इनफ्लेशन दर 2 फीसदी घट-बढ़ के साथ 6 फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है.

रियल एस्टेट सेक्‍टर को लेकर बढ़ा भरोसा

नारेडको के अध्यक्ष और रौनक ग्रुप के प्रबंध निदेशक राजन बंदेलकर ने कहा कि महंगाई आरबीआई के संतोषजनक दायरे में रहने के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर आने से आर्थिक परिवेश के साथ अगले 6 महीनों के दौरान रियल एस्टेट सेक्‍टर के बेहतर प्रदर्शन को लेकर संबंधित पक्षों के बीच भरोसा पैदा हुआ है. रियल एस्टेट सेंटीमेंट स्‍कोर प्रमुख सप्‍लायर्स से जुड़े पक्षों के तिमाही सर्वे पर आधारित है. इसमें बैंक, नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (एनबीएफसी) और निजी इक्विटी (पीई) फंड सहित प्रॉपर्टी के विकास से जुड़ी कंपनियां और वित्तीय संस्थान शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 50 अंक तटस्थ रुख या यथास्थिति को बताता है. जबकि 50 से ऊपर अंक पॉजिटिव सेंटीमेंट को दर्शाता है. वहीं 50 से नीचे का अंक निगेटिव सेंटीमेंट को दर्शाता है.

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