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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ को उप-राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलाई.
Jagdeep Dhankhar sworn in as 14th Vice President of India : जगदीप धनखड़ ने आज यानी गुरुवार 11 अगस्त को देश के 14वें उपराष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाल लिया. उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई. धनखड़ ने पद और गोपनीयता की शपथ हिंदी में ली. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र पीएम मोदी, देश के 13वें उपराष्ट्रपति रहे वेंकैया नायडू, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मता सीतारमण और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत कई बड़े नेता शपथग्रहण समारोह में मौजूद रहे.
शपथ लेने के बाद उप-राष्ट्रपति धनखड़ राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि पर भी गए और राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की. उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान और वोटों की गिनती 6 अगस्त को हुई थी. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को उसी दिन विजयी घोषित कर दिया गया था. धनखड़ के खिलाफ मार्गरेट अल्वा विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार थीं. उप-राष्ट्रपति पद के चुनाव में धनखड़ को कुल मिलाकर 528 वोट मिले, जबकि विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को सिर्फ 182 वोट ही मिल पाए.
वकालत से उपराष्ट्रपति तक का सफर
वकालत से करियर की शुरुआत करने वाले 71 साल के जगदीप धनखड़ राजस्थान के झुझुनूं जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल से पूरी की है. उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया और यहीं से फिजिक्स विषय में स्नातक और एलएलबी की डिग्री हासिल की.
सन् 1951 में जन्मे धनखड़ ने 1979 में 28 की उम्र में वकालत की शुरुआत की. साल 1990 में वह राजस्थान हाई कोर्ट में सीनियर वकील बने. साल 1989 में वे सक्रिय राजनीति में उतरे और उसी साल अपने गृह जिले झुझुनूं से जनता दल के टिकट पर पहली बार सांसद चुने गए. इसके बाद वह 1990 में केंद्रीय मंत्री बनाए गए. साल 1993 से लेकर 1998 तक वह अजमेर जिले के किशनगढ़ सीट से विधायक भी रहे. उसके बाद वह जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बनाए गए.