/financial-express-hindi/media/post_banners/wx7hOOB604bC4DGAT3oJ.jpg)
बिहार में एक बार फिर जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच का गठबंधन टूटने के आसार नज़र आ रहे हैं. राजद और JDU ने सोमवार को पटना में अपने विधायकों की अलग-अलग बैठक बुलाई. एनडीए में शामिल पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) भी अपने विधायकों की बैठक कर रहा है. खबर यह भी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत की है. बिहार के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के इस्तीफा देने के बाद से यह घमासान मचा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 11 अगस्त तक दोनों अलग हो सकते हैं और राज्य में एक बार फिर JDU और RJD की सरकार बन सकती है.
राकेश झुनझुनवाला के टॉप बेट में 20% रिटर्न के चांस, कंपनी की कमाई 13 गुना बढ़ी, शेयर में आएगी तेजी
जदयू और भाजपा के बीच क्यों बढ़ गई दूरी
नीतीश कुमार चाहते हैं कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को हटा दिया जाए. मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा पर कई बार नाराजगी जताई है. नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के खिलाफ विजय कुमार के सवाल उठाकर संविधान का खुले तौर पर उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा, जद (यू) प्रमुख राज्य और राष्ट्रीय चुनाव एक साथ कराने के खिलाफ हैं. राज्यों और संसद के चुनाव एक साथ कराने का विचार पीएम मोदी ने किया था, जिसका विपक्ष ने कड़ा विरोध किया है.
पिछले दिनों आरसीपी सिंह मामले के चलते भाजपा और जदयू के बीच दूरी बढ़ गई. दअरसल, भ्रष्टाचार के मामले में जदयू ने आरसीपी सिंह को नोटिस भेजा था. इसके बाद उन्होंने जदयू से इस्तीफा दे दिया. पार्टी का आरोप है कि आरसीपी सिंह के बहाने भाजपा जदयू में बगावत कराना चाहती थी.
क्या है बिहार का समीकरण
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं. इसका मतलब है कि बहुमत के लिए किसी पार्टी के पास 122 सीटों का होना जरूरी है. बिहार में सबसे बड़ी पार्टी राजद है. उसके पास विधानसभा में 79 सदस्य हैं. वहीं, भाजपा के पास 77, जदयू के पास 45, कांग्रेस के पास 19, कम्यूनिस्ट पार्टी के पास 12, एआईएमआईएम के पास 01, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के पास 04 विधायक हैं. जदयू को सरकार बनाने के लिए 77 विधायकों की जरूरत है. राजद और जदयू के बीच नजदीकी भी बढ़ती दिख रही है. अगर दोनों साथ आते हैं तो राजद के 79 विधायक मिलाकर इस गठबंधन के पास 124 सदस्य हो जाएंगे. रिपोर्ट्स की मानें तो इस गठबंधन में कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी भी शामिल हो सकती है.