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UGC ने कहा- CUET के शुरूआती दौर में आई तकनीकी गड़बड़ी से इस परीक्षा के विस्तार की योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के शुरूआती दौर में आई तकनीकी गड़बड़ी से इस महत्वपूर्ण परीक्षा के विस्तार की योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसमें इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली JEE की परीक्षा और मेडिकल एडमिशन के लिए आयोजित की जाने वाली NEET की परीक्षा के विलय का प्रस्ताव शामिल है.
यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा के आयोजन को लेकर पेश आ रही समस्याओं को जल्द सुलझा लिया जायेगा और CUET परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जायेगा. पीटीआई भाषा को दिए इंटरव्यू में जगदीश कुमार ने कहा कि सीयूईटी-यूजी के पहले चरण में आई तकनीकी गड़बड़ी कोई झटका नहीं है बल्कि यह एक सबक है. आने वाले समय में CUET परीक्षा में आ रही गड़बड़ी को दूर कर लिया जायेगा. उन्होंने ये भी कहा कि इस गड़बड़ी के कारण CUET परीक्षा के विस्तार की योजना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हाल ही में चेयरमैन कुमार ने कहा था कि आने वाले समय में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE और मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET का CUET के साथ विलय किया जायेगा.
यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कई प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने के कारण छात्रों पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए एक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कराए जाने पर विचार किया जा रहा है. हालांकि हम इसे पेश करने की हड़बड़ी में नहीं हैं क्योंकि हमें इसके लिए पूरी तैयारी करने की जरूरत है.
JEE और NEET परीक्षा को CUET परीक्षा में कब शामिल किया जाएगा ? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसकी रूपरेखा अभी तय किया जाना बाकी है. एक परीक्षा कराए जाने को लेकर यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि अगस्त महीने के अंत तक एक विशेषज्ञों की कमिटी का गठन किया जायेगा. यह कमिटी देश और विदेश में आयोजित कराई जाने वाली अहम प्रवेश परीक्षाओं का अध्ययन करेगी. अगर हमें अगले साल एकीकृत परीक्षा का शुरूआत करना है, तो इसकी व्यापकता को देखते हुए इसकी तैयारी अभी से शुरू होगी.
जगदीश कुमार ने कहा कि पक्षकारों के बीच आपसी सहमति बनानी होगी और दो अहम मुद्दे- सिलेबस और उसकी कठिनाई के स्तर का समाधान निकालना होगा. दरअसल विभिन्न विषयों की खास विशेषताएं हैं. CUET-UG परीक्षा का पहला चरण जुलाई में शुरू हुआ और इस दौरान कई तकनीकि गड़बड़ियां भी सामने आईं जिसके कारण राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) को कई केंद्रों पर परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी. CUET में शामिल होने वाले कई स्टूडेंट्स को परीक्षा वाले दिन से एक रात पहले सूचित किया गया और कई स्टूडेंट्स को परीक्षा केंद्र से भी लौटना पड़ा. यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि तकनीकि गड़बड़ियों की सूचना मिलने के बाद कुछ केंद्रों पर परीक्षा रद्द कर दी गई.
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बुधवार से CUET-UG के चौथे चरण की परीक्षा शुरू होगी. सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए NTA-CUET में 14.9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है. JEE(Main) परीक्षा कम्प्यूटर आधारित है जबकि NEET परीक्षा कलम-कागज पर आधारित परीक्षा है. गलत साधनों के इस्तेमाल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कुमार ने कहा कि CUET में गड़बड़ी आने पर यह उस समय रोक दी गई जहां से ऐसी कोई संभावना हो सकती थी और इसके कारण हमें अब तक सीयूईटी में नकल का कोई मामला देखने को नहीं मिला.
उन्होंने कहा कि CUET परीक्षा का स्तर पहले से ही बड़ा है जबकि जेईई और नीट में सीयूईटी की तुलना में विषयों की विविधता काफी कम है. हमें योजना बनाते समय अकादमिक और ट्रांसपोर्ट से जुड़े दो पहलुओ पर ध्यान देने की जरूरत है. कुमार ने कहा कि सिलेबस और उसकी कठिनाई के स्तर को लेकर भी कुछ चिंताएं उठी हैं और एकीकृत परीक्षा पर आगे बढ़ने से पहले हम सभी चिंताओं को दूर करेंगे.