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शनिवार को बंगलूरु में स्थित एक वैक्सीनेशन केंद्र के बाहर इंतजार करते हुए एक कपल. (PTI)
वैक्सीनेशन स्लॉट की बुकिंग के लिए Cowin में खामियों की शिकायतें आई हैं. इसे लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कुछ दिनों पहले केंद्र से अनुरोध किया था कि राज्यों को अपना ऐप डेवलप करने की मंजूरी दी जाए. अब कर्नाटक सरकार ने अपना वैक्सीनेशन पोर्टल लांच करने का फैसला किया है. कर्नाटक सरकार ने पाया कि कोविन प्लेटफॉर्म की कुछ सीमाएं हैं, जब किसी शख्स को इसका चुनाव करना होता है कि उसे वैक्सीनेशन कहां कराना है. इसके चलते कई केंद्रों पर अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई. कुछ समय पहले इंडियन एक्सप्रेस ने इसकी खबर दी थी कि बंगलूरु शहर के लोग ग्रामीण इलाके में स्लॉट बुक कर रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी फैल गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने एलान किया है कि 18-44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन जब दोबारा शुरू होगा तो कोविन से अलग पोर्टल या ऐप शुरू किया जाएगा. बुधवार को कर्नाटक सरकार ने इस आयु वर्ग के लिए वैक्सीनेशन पर रोक लगा दिया था ताकि 45 वर्ष से अधिक के उन लोगों का वैक्सीनेशन किया जा सके जो दूसरी डोज लगवाने के लिए इंतजार कर रहे हैं.
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नए पोर्टल में दूसरे एरिया में वैक्सीनेशन संभव नहीं
येदियुरप्पा ने कहा कि कोविन ऐप की कुछ लिमिटेशंस के चलते कई केंद्रों पर अव्यवस्था फैल रही है जिसे बेहतर तरीके से मैनेज करने के लिए जल्द ही प्रबंध किया जाएगा. राज्य सरकार के सीनियर ऑफिशियल्स द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक जो पोर्टल डेवलप किया जाएगा, उसमें एक जगह के लोगों को दूसरे स्थान पर वैक्सीनेशन स्लॉट्स के बुकिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी. कोरोना वैक्सीन की शॉर्टेज के चलते बंगलूरु शहर के 18-44 आयु वर्ग के लोग बंगलूरु ग्रामीण, चिक्काबल्लापुर, रामनगर और टुंकूरु एरियाज में स्लॉट बुक करने लगे.
50-70 किमी का सफर कर गांव आ रहे लोग
रूरल डिस्ट्रिक्ट अथॉरिटीज ने इस मुद्दे को सिटी एडिमिनिस्ट्रेशन के सामने रखा. इंडियनएक्सप्रेसडॉटकॉम से बातचीत करते हुए बंगलूरु शहर के जिला आयुक्त के श्रीनिवास ने बताया कि शहर से लोग गांव में वैक्सीनेशन के लिए जा रहे हैं जिससे के गांवों के लोगों के लिए वैक्सीन की शॉर्टेज होने लगी. श्रीनिवास ने इस मुद्दे को बंगलूरु सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के सामने रखा और अब इसे सुलझाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. स्थानीय निवासियों के मुताबिक वैक्सीन की डोज लगवाने के लिए 18-44 आयु वर्ग के लोग शहर से कम से कम 50-70 किमी का सफर कर रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों के लिए वैक्सीन की शॉर्टेज होने लगी.