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केरल के लॉटरी इतिहास में अब तक के सबसे बड़े विजेता बनकर उभरे अनूप कुछ हफ्ते पहले तक भागते फिरते थे.
Kerala Lottery Winner: पिछले साल सितंबर में अनूप एम. (Anoop M) ने 25 करोड़ रुपये की लॉटरी जीती थी लेकिन अब वह कहते हैं कि ‘‘काश, मैंने लॉटरी नहीं जीती होती’’. करोड़पति अनूप ने बताया कि वह जाने-अनजाने लोगों से परेशान हो गए हैं जो आए दिन उनसे वित्तीय मदद मांगते रहते हैं. केरल के लॉटरी इतिहास में अब तक के सबसे बड़े विजेता बनकर उभरे अनूप कुछ हफ्ते पहले तक भागते फिरते थे. इससे पहले अनूप ऑटो ड्राइवर थे लेकिन इन दिनों वह केरल राज्य लॉटरी (Kerala State Lotteries) की सीरियल नंबर की लिस्टिंग में व्यस्त हैं. अनूप टिकट बेचने के लिए संभावित ग्राहकों से संपर्क करते हैं. अनूप का आईफोन लॉटरी की नई दुकान ‘एम ए लकी सेंटर’ (M A Lucky Centre) में हमेशा व्यस्त रहता है. ग्राहकों की ओर से उनके फोन पर लगातार कॉल आते रहते हैं.
भीड़ न इकट्ठा हो इसलिए लगातार बदलते रहते थे घर : अनूप एम
करोड़पति अनूप एम वित्तीय मदद मांगने वालों को चकमा देने के लिए लगातार अपना घर बदलते रहते थे ताकि लोगों की भीड़ उनके घर पर जमावड़ा न हो. जानकारी के मुताबिक अनूप के जीवन में अब चीजें शांत हो रही हैं. उनकी लाइफस्टाइल धीरे-धीरे अब पटरी पर लौट रही है. लेटर के बंडलों को छांटते हुए अनूप एम ने बताया कि कुछ खास बदलाव नहीं हुआ है. हाथ में सोने का मोटा ब्रेसलेट और गले में सोने की मोटी चेन पहने अनूप ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि अब भी मुझे अनगिनत लेटर मिलते हैं, सभी मुझसे वित्तीय मदद मांगते हैं और कई लोग मेरी दुकान पर आकर मुझसे मदद मांगते हैं. मैं कोशिश करता हूं.
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केरल सरकार के लॉटरी बिजनेस का एक चेहरा हैं अनूप
अनूप 31 साल के हैं. फिलहाल वह केरल सरकार के लॉटरी बिजनेस का एक चेहरा (Kerala's Crorepati Lottery Agent) हैं. केरल लॉटरी विभाग में एक लाख से अधिक पंजीकृत एजेंट हैं. उनके अधीन कई अपंजीकृत उप-एजेंट (unregistered sub-agents) और हॉकर (hawkers) हैं, जो इसे प्रभावी रूप से राज्य के कई लाख लोगों की आजीविका बनाते हैं. राज्य लॉटरी निदेशालय के प्रचार अधिकारी बीटी अनिल कुमार (State Lotteries Directorate’s Publicity Officer BT Anil Kumar) ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि सरकार की सामाज कल्याण योजनाओं में जनता की भागीदारी की तलाश करना सरकार की नीति है. लॉटरी बिक्री के माध्यम से एकत्र किए गए सभी धन का इस्तेमाल सरकार की विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं को लागू करने के लिए किया जाता है. केरल में अब भी लॉटरी बिजनेस चल रहा है. उत्तर भारत में लॉटरी बिजनेस को बहुत पहले बैन कर दिया गया था. दरअसल लॉटरी बिजनेस से लाखों लोग बर्बाद हो रहे थे. लॉटरी के चलते आई वित्तीय तंगी का शिकार हुए लोग सुसाइड जैसे गलत कदम उठाकर जान गवा बैठते थे.
(इनपुट : भाषा)