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Starting from kharif 2018, it was decided to keep MSPs at 1.5 times their costs (A2+FL) for the 14 kharif crops, for which the government fixes MSPs every year.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि कृषि क्षेत्र पर कोरोना वायरस महामारी का अधिक असर नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि 2020-21 के खरीफ सत्र में 1,445.2 लाख टन खाद्यान्न का उत्पादन होने का अनुमान है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2019-20 के खरीफ सत्र के दौरान खाद्यान्न उत्पादन 1,433.8 लाख टन था. अभी देश में खरीफ फसलों की कटाई चल रही है. चावल मुख्य खरीफ फसल है.
तोमर ने उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा आयोजित एक डिजिटल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "खाद्यान्न उत्पादन पिछले साल की तुलना में बेहतर होगा. शुरुआती अनुमानों के अनुसार, 2020-21 खरीफ सीजन में खाद्यान्न उत्पादन 1,445.2 लाख टन होने का अनुमान है." उन्होंने कहा कि गन्ने और कपास जैसी नकदी फसलों का उत्पादन भी अच्छा होने की उम्मीद है.
MSP और सरकारी खरीद देश की फूड सिक्योरिटी का अहम हिस्सा: PM मोदी
खरीफ रकबा में 4.51 फीसदी की वृद्धि
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद इस वर्ष खरीफ फसलों की बुवाई क्षेत्र में रिकॉर्ड 4.51 फीसदी की वृद्धि हुई है और यह 1,121.75 लाख हेक्टेयर हो गया है. तोमर ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का आधार है. वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के दौरान भी यह क्षेत्र 3.4 फीसदी बढ़ा है. नए कृषि कानूनों पर, मंत्री ने कहा कि किसानों को सुधारों के बारे में "गुमराह" किया जा रहा है. उन्होंने दोहराया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के साथ-साथ मंडियां देश भर में काम करती रहेंगी.