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वैश्विक स्तर पर भारतीय सेना दुनिया की पांच सबसे शक्तिशाली सेनाओं में है. (Image- Youtube)
Army Day 2021: हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस के रुप में मनाया जाता है. इस दिन सैन्य परेड निकाली जाती है और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया जाता है. सेना दिवस के मौके पर भारतीय सेना की वीरता, साहस, शौर्य और उनकी शहादत को याद किया जाता है. इस मौके पर चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ जनरल एमएम नरवणे ने भारतीय सेना में सभी रैंक के कर्मियों को शुभकामनाएं दी. अपने संदेश में उन्होंने कोरोना महामारी से लड़ाई में देशवासियों और मित्र देशों को समय से जरूरी मदद पहुंचाने में सेना की भूमिका का उल्लेख किया है. उन्होंने इस मौके पर अपने कर्तव्यों के लिए बहादुर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सेना दिवस की हार्दिक बधाई दी है.
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे #सेनाध्यक्ष#COAS#IndianArmy सभी सैनिकों, असैनिक कर्मियों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को 73 वें सेना दिवस पर शुभकामनाएं देते हैं। #प्रबलवसक्षमpic.twitter.com/PElRTOwQaM
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) January 15, 2021
सेना दिवस की प्रमुख बातें
- हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस फील्ड मार्शल केएम करिअप्पा के सम्मान में मनाया जाता है. 1949 में आज ही के दिन यानी 15 जनवरी 1949 को जनरल करिअप्पा को भारतीय सेना के कमांडर-इन-चीफ के तौर पर नियुक्त किया गया था.
- जनरल करिअप्पा आजाद भारत में कमांडर-इन-चीफ पद पर नियुक्त होने वाले पहले भारतीय थे. इससे ठीक पहले जनरल फ्रांसिस बचर इस पद थे और वह भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ थे.
- देश के बंटवारे से पहले पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख और राष्ट्रपति जनरल अयूब खान ने भी करिअप्पा के नेतृत्व में काम किया था.
- विभाजन के वक्त 1947 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई जंग में जनरल करिअप्पा ने भारतीय सेना की कमान संभाली थी. उस समय कबालियों के भेष में पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर में हमला किया था.
- 1953 में रिटायर होने के बाद भारत सरकार ने करिअप्पा ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उच्चायुक्त बनाया था और उन्होंने 1956 तक अपनी सेवाएं दीं. उन्होंने अपने अनुभव का इस्तेमाल कई देशों की सेनाओं के पुनर्गठन में किया.
- जनरल करिअप्पा भारतीय सेना के पहले ऐसे ऑफिसर थे जिन्हें फील्ड मार्शल की रैंक दी गई. भारत सरकार ने उन्हें 1986 में फील्ड मार्शल की रैंक दी थी. यह फाइव स्टार वाला जनरल ऑफिसर रैंक है और भारतीय इतिहास अभी तक सिर्फ दो ऑफिसर्स को दिया गया है, करिअप्पा और सैम मानेकशॉ को.
- आजादी के समय भारतीय सेना में करीब 2 लाख सैनिक थे. आज भारतीय सेना में करीब 12.37 लाख सक्रिय सैनिक हैं जबकि 9.36 लाख रिजर्व्ड सैनिक हैं.
- वैश्विक स्तर पर भारतीय सेना दुनिया की पांच सबसे शक्तिशाली सेनाओं में है. सैन्य शक्ति के मामले में अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथे स्थान पर आता है.
- सेना दिवस के मौके पर हर साल जवानों के दस्ते और अलग-अलग रेजिमेंट की परेड होती है और झांकियां निकलती हैं. इसकी मुख्य परेड दिल्ली कैंटोनमेंट के करिअप्पा परेड ग्राउंड में होता है.
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