/financial-express-hindi/media/post_banners/nkFGWolYG6vjx0RouOA7.jpg)
Image: Wikipedia
/financial-express-hindi/media/post_attachments/8XpHGljlmFVShth8gfeX.jpg)
बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) की लीची का स्वाद अब लंदन वाले भी चखेंगे. मुजफ्फरपुर के एक किसान ने कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लंदन में एक खरीदार को लीची बेची है. इस उपलब्धि पर केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने खुशी जाहिर की है. प्रसाद ने ट्वीट में कहा है कि किसान को न सिर्फ लीची का अच्छा दाम मिला, बल्कि ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े झंझटों से भी उसे जूझना नहीं पड़ा. बता दें कि मुजफ्फरपुर की लीची काफी मशहूर है. इसे 'शाही लीची' के नाम से भी जाना जाता है.
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी बताया है कि कोरोना महामारी में फसल बेचने को लेकर किसानों की मदद करने के लिए CSC ने डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू किया है. इस प्लेटफॉर्म पर किसान, खरीदार और ट्रांसपोर्टर सभी एक दूसरे से डिजिटल माध्यम से जुड़ सकते हैं. किसान सीधे तौर पर खरीदारों को फसल बेच सकते हैं. इस डिजिटल प्लेटफॉर्म को एक स्टार्टअप agri10x ने विकसित किया है.
,
Delighted that Litchi from Muzaffarpur is going to London.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 9, 2020
A farmer from Muzaffarpur in Bihar has sold Litchi to a buyer in London through digital platform of Common Service Center. Farmer not only got the best price for Litchis but also saved transportation related challenges. pic.twitter.com/vVhP06Gfp5
कैसे मिला लंदन का खरीदार
जिस किसान ने लंदन के खरीदार को लीची बेची है, उसका नाम सुनील है. सुनील ने CSC के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लीची की जानकारी डाली थी, जिसमें लंदन के खरीदार ने दिलचस्पी दिखाई. खरीदार के भारत में मौजूद प्रतिनिधियों ने मुजफ्फरपुर पहुंचकर लीची की क्वालिटी चेक की. सौदा तय होने के बाद किसान के बैंक खाते में सौदे की आधी रकम एडवांस भेज दी गई. इसके बाद मंगलवार सुबह लीची तोड़ने का काम शुरू हुआ और बाद में इसे पैक कर पटना एयरपोर्ट भेज दिया गया. लीची हवाईजहाज से बेंगलुरु के माध्यम से बुधवार तक लंदन पहुंच जाएगी. लीची तोड़ने, साफ करने और डिब्बों में पैक करने के लिए लगे मजूदरों की मजदूरी, पैकिंग, माल ढुलाई और हवाई जहाज का खर्च लीची के खरीदार ने उठाया है.
अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता वाले पैकिंग मैटेरियल्स में हुई पैक
/financial-express-hindi/media/post_attachments/aB5AUR7Ah0NwUZuvsWDh.jpg)
प्रसाद के ट्वीट में मौजूद फोटो में लीची की सादा पैकिंग को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक यूजर ने लीची की पैकेजिंग को लेकर चिंता जताई. इस पर रविशंकर प्रसाद के कार्यालय की ओर से जवाब दिया गया कि बाग से लीची को पहले कूलिंग के लिए कोल्ड स्टोरेज ले जाया जाता है. इसलिए पैकिंग ऐसी है. कूलिंग के बाद लीची को अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता वाले पैकिंग मैटेरियल्स के साथ पैक किया गया और पटना एयरपोर्ट पर फ्लाइट में लोड किया गया. प्रसाद के कार्यालय ने लीची की नई पैकिंग की फोटो भी शेयर की. साथ ही यह भी कहा है कि सीएससी के माध्यम से किसानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने की सुविधा का विस्तार देश के अन्य हिस्सों में भी किया जाएगा.