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Lithium found in Rajasthan: इससे पहले जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन लीथियम का भंडार मिला था. (Reuters)
Lithium found in Rajasthan: कुछ महीनों के भीतर भारत में लीथियम (Lithium Reserve) से जुड़ी दो बड़ी खबरें सामने आई हैं. जम्मू-कश्मीर के बाद अब राजस्थान में भी लीथियम का विशाल भंडार मिला है. राजस्थान सरकार के अधिकारियों ने कहा कि राज्य के डेगाना में लीथियम के भंडार का पता लगाया गया है. जियो-लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) के अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान में मिला लीथियम रिजर्व ही में जम्मू और कश्मीर में पाए गए भंडार से बहुत ज्यादा बड़ा है. जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन लीथियम का भंडार मिला था.
देश की 80% मांग पूरा करने में सक्षम यह भंडार
जियो-लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि राजस्थान में पाए जाने वाले लीथियम के भंडार से देश की 80 फीसदी मांग पूरी की जा सकती है. इससे पहले फरवरी में पहली बार जम्मू-कश्मीर में लीथियम के भंडार मिले थे. गौरतलब है कि लीथियम दुनिया की सबसे हल्की धातु है. दुनिया का सबसे बड़ा लीथियम भंडार वर्तमान समय में ऑस्ट्रेलिया में है लेकिन इस मार्केट में चीन का पूरी तरह से एकाधिकार है. भारत में मिले इस लीथियम भंडार से भारत की निर्भरता चीन पर से कम हो सकती है. हाल में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की भी मांग बढ़ी है और लीथियम से इस इंडस्ट्री में भी काफी ग्रोथ देखने को मिल सकता है. भारत लीथियम, निकल और कोबाल्ट जैसे कई खनिजों के लिए आयात पर निर्भर है.
लीथियम के बाजार में चीन की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
दुनिया का 47 प्रतिशत लीथियम ऑस्ट्रेलिया में, 30 प्रतिशत चिली में और 15 प्रतिशत चीन में उत्पादित होता है. हालांकि मार्केट में चीन दुनिया के 58 प्रतिशत लीथियम, चिली 29 प्रतिशत और अर्जेंटीना 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी है. पिछले महीने, खनन मंत्रालय के सचिव, विवेक भारद्वाज ने कहा था कि जैसे जम्मू-कश्मीर में हाल ही में लीथियम की खोज की गई है वैसे ही देश के कई हिस्सों में इसे ढूंढने का काम किया जा रहा है. बता दें कि डेगाना की रेनवेट पहाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्रों में लीथियम के भंडार पाए गए हैं, यह वही स्थान जो कभी देश के बाकी हिस्सों में टंगस्टन की आपूर्ति करता था. 1914 में क्षेत्र में टंगस्टन खनिज की खोज की गई थी.