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Madhya Pradesh Election: मध्य प्रदेश के सभी 230 सीटों पर एक फेज में 17 नवंबर को मतदान कराया जाएगा. 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी. (ANI Photo)
Madhya Pradesh Elections 2023 News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पारंपरिक बुधनी सीट से सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. सोमवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है, जबकि नामांकन पत्रों की जांच मंगलवार को होगी. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने जिला स्तर के अधिकारियों पर जानबूझकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने की शिकायत चुनाव आयोग से की. राज्य के सभी 230 सीटों पर एक फेज में 17 नवंबर को मतदान कराया जाएगा. 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी और इसी दिन नतीजे आने की उम्मीद है.
सीएम चौहान ने नामांकन से पहले की कुल देवता की पूजा
पत्नी साधना की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले, मुख्यमंत्री ने अपने पैतृक जैत गांव में अपने कुल देवता की पूजा की, सलकनपुर देवी मंदिर में प्रार्थना की और प्रदेश की जीवन रेखा मानी जाने वाली और लोगों द्वारा पूजनीय नर्मदा नदी का आशीर्वाद लिया. इस अवसर पर एक रोड शो में चौहान ने लोगों से आग्रह किया कि वे "खुद को शिवराज समझें" और राजनीतिक जीवन में किए गए कल्याणकारी कार्यों के आधार पर उनकी जीत सुनिश्चित करें.
बुधनी सीट से छठवीं बार चुनाव मैदान में सीएम चौहान
भावुक चौहान ने कहा, ''यह मेरी जन्मभूमि, कार्यस्थल, पवित्र भूमि और मातृभूमि भी है.'' उन्होंने कहा कि वह बड़ों का आशीर्वाद और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की शुभकामनाएं लेने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं. उनका मुकाबला बुधनी के सलकनपुर कस्बे के निवासी कांग्रेस के विक्रम मस्तल से है. उन्होंने 2008 में आए टेलीविजन धारावाहिक ‘रामायण’ में हनुमान का किरदार निभाकर प्रसिद्धि हासिल की है. चौहान ने 1990, 2005, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में बुधनी से जीत हासिल की थी. उन्हें विदिशा से पांच बार लोकसभा सांसद के रूप में भी चुना गया था. बुधवी इसी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख दो नवंबर है.
भाजपा ने की चुनाव आयोग से शिकायत
इस बीच भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) से सोमवार को मुलाकात कर आरोप लगाया कि जिला स्तर पर कुछ अधिकारी जानबूझकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं के निजी घरों और वाहनों से पार्टी के झंडे और चुनाव चिन्ह हटा रहे हैं. भाजपा ने तर्क दिया कि निजी दोपहिया वाहनों और घरों पर पार्टी का झंडा और चुनाव चिन्ह (कमल) लगाना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है और इस बाबत सीईओ से अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की.
सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने दावा किया कि मुख्य चुनाव अधिकारी भाजपा की मांग पर सहमत हो गए हैं और आश्वासन दिया है कि एक परिपत्र जारी किया जाएगा और मामले को संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रभारी यादव ने उस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जिसने सीईओ अनुपम राजन को एक ज्ञापन सौंपा.
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने सीईओ से मुलाकात के बाद कहा, ‘‘ हमने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि अधिकारियों को निर्देश दिया जाए कि वे निजी दोपहिया वाहनों और घरों से झंडे न हटाएं. पार्टी का झंडा और चुनाव चिन्ह लगाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है. कुछ अधिकारियों ने जानबूझकर हमारी पार्टी का चुनाव चिन्ह हटा दिया है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा ने निर्वाचन आयोग के पत्र की एक प्रति भी सौंपी है, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं को नियम के अनुसार अपने निजी वाहनों और संपत्तियों पर पार्टी का झंडा लगाने की अनुमति दी गई है.
भूपेन्द्र यादव ने दावा किया कि सीईओ ने भाजपा की शिकायतों को स्वीकार कर लिया है. ज्ञापन में आदर्श आचार संहिता के नियम 13 और उसकी उप धाराओं का भी उल्लेख किया गया है, जो पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी मर्जी से अपने निजी वाहनों और घरों पर पार्टी का झंडा और चिन्ह प्रदर्शित करने की अनुमति देता है. मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 17 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी