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Maharashtra: नांदेड़ अस्पताल में अबतक 31 की मौत, शिंदे सरकार की कमेटी करेगी मामले की जांच, राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

Nanded Hospital Death: नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में अब तक 31 मरीजों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है.

Nanded Hospital Death: नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में अब तक 31 मरीजों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है.

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FE Hindi Desk
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Nanded City | Maharashtra Hospital Death | Nanded Hospital Death

Nanded Hospital Death toll: महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर स्थित डॉ शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में यह दर्दनाक घटना हुई है. (https://www.drscgmcnanded.in/)

Maharashtra Nanded Hospital Death: महाराष्ट्र में नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में मरने वालों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रहा. नांदेड़ अस्पताल में अब तक 31 मरीजों की मौत हो चुकी है. इससे पहले 24 घंटे के भीतर 24 लोगों के मौत की खबर थी. इस दौरान 12 बच्चों ने भी जान गवाई है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. मरीजों की लगातार हो रही मौत पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए.

शिंदे सरकार पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर स्थित डॉ शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की यह घटना है. 30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 24 मरीजों की जान गई. कांग्रेस ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक सरकारी अस्पताल में 24 मरीजों की मौत की मंगलवार को गहन जांच की मांग की. पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली पर सवाल उठाए.

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महाराष्ट्र के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 12 शिशुओं सहित 24 मरीजों की मौत हो चुकी है. ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में खरगे ने मरीजों की मौत पर चिंता व्यक्त की. खरगे ने लिखा, ‘‘बताया जा रहा है कि इन मरीजों की मौत दवाओं और इलाज के अभाव में हुई. ऐसी ही एक घटना अगस्त 2023 में ठाणे के एक सरकारी अस्पताल में हुई थी, जिसमें 18 मरीजों की जान चली गई थी.’’

कांग्रेस प्रमुख ने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पीड़ितों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदना. बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम गहन जांच की मांग करते हैं, ताकि लापरवाही के दोषियों को अदालत कड़ी सजा दे सके.’’ पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने सोमवार रात को सवाल किया था कि बच्चों की दवाओं के लिए पैसे क्यों नहीं हैं, जबकि भाजपा सरकार प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च करती है.

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की. ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने मरीजों की मौत की खबर पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा सरकार अपने प्रचार-प्रसार पर हजारों करोड़ रुपये खर्च करती है, लेकिन बच्चों की दवा के लिए पैसा नहीं है? भाजपा की नजर में गरीबों की जान की कोई कीमत नहीं है.’’

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस घटना पर अपनी ‘चुप्पी’ तोड़ने को कहा. सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘भगवान दिवंगत आत्माओं को शांति दे. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए.’’

महाराष्ट्र में चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के निदेशक डॉ. दिलीप म्हैसेकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पिछले 24 घंटे में नांदेड़ सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में 24 मौतें हुई हैं. मृतकों में 12 शिशु शामिल हैं, जिन्हें कुछ स्थानीय निजी अस्पतालों द्वारा यहां रेफर किया गया था. शेष लोगों में वयस्क शामिल हैं, जिनकी विभिन्न कारणों से मौत हुई है.’’

शून्य से तीन दिन के 10 से अधिक बच्चों की हो चुकी है मौत

डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डीन डॉ. एसआर वाकोडे ने संवाददाताओं को बताया कि मरने वाले 12 शिशुओं में छह लड़के और छह बालिकाएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उनमें से ज्यादातर शून्य से तीन दिन के आयु वर्ग के नवजात थे और उनका वजन ‘‘बहुत कम’’ था.

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