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Maharashtra Politics: 2024 के लोकसभा चुनाव तक महाराष्ट्र की राजनीतिक किस ओर करवट लेगी इसका अनुमान लगा पाना काफी मुश्किल है!
Maharashtra Politics: 2024 के लोकसभा चुनाव तक महाराष्ट्र की राजनीतिक किस ओर करवट लेगी इसका अनुमान लगा पाना काफी मुश्किल है! एनसीपी से बागी होकर एनडीए में शामिल होने वाले अजित पवार के उद्धव ठाकरे से मिलने बाद वहां की राजनीतिक फिजाएं फिर से गर्म हो गई हैं. एक हफ्ते पहले अपने पूर्व सहयोगी और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ उद्धव ठाकरे की "शिष्टाचार बैठक" हुई. इस बैठक के बाद शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राकांपा नेता के क्षमता की तारीफ की.
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?
उद्धव ठाकरे ने राज्यसभा सांसद और शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत के साथ एक साक्षात्कार में एमवीए सरकार में वित्त मंत्री रहे अजीत पवार के बारे में टिप्पणी की. साक्षात्कार का पहला भाग बुधवार को सामना में प्रकाशित हुआ और पार्टी के सोशल मीडिया चैनलों पर प्रसारित हुआ. उद्धव ने कहा, “अजित पवार ढाई साल तक हमारे साथ थे. इस अवधि के दौरान, उन्होंने उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और उनके पास वित्त विभाग भी था. अजित पवार एक उचित ढांचे में काम करने वाले व्यक्ति हैं. उन्होंने प्रशासन और वित्त विभाग को भी अच्छी तरह से संभाला है." उद्धव ने आगे कहा कि जब वह इस सरकार में उपमुख्यमंत्री बने तो मैंने उनसे यह देखने के लिए मुलाकात की कि क्या वह (भाजपा द्वारा) इस धोखाधड़ी के बीच भी कुछ (अच्छा काम) कर सकते हैं. वैसे भी अब चुनाव कभी भी हो सकते हैं.
पीएम मोदी पर उद्धव का निशाना
उद्धव ठाकरे ने पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पवार से कहा कि सत्ता हासिल करने के दौरान वे "राज्य और राज्य के लोगों को न भूलें". एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनने से पहले अजित पवार द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन कराने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात थी. सेना (यूबीटी) अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में भाजपा-शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने से कुछ दिन पहले पवार पर करोड़ों रुपये के सिंचाई घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा “लेकिन अब अजीत को राज्य के खजाने (वित्त पोर्टफोलियो) की चाबियां दी गई हैं. तो क्या वे आरोप सच्चे हैं या अजित पवार सच्चे हैं?"