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एनसीपी से बागी हुए नेता अजीत पवार ने रविवार को मुंबई स्थित राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान महाराष्ट्र के दूसरे डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली. (ANI Photo)
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी के नेता अजीत पवार ने रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के साथ ही महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. अब वह भाजपा नेता और महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ पद साझा करेंगे. अजीत पवार के अलावा एनसीपी के आठ और विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए.
एनसीपी से फिर बागी हुए अजित पवार एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए हैं. एनसीपी से बगावत कर उन्होंने आज यानी रविवार को राजभवन पहुंचकर डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. रविवार को एनसीपी विधायकों की आपात बैठक बुलाने के तुरंत बाद अजित पवार राजभवन पहुंचे थे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी राजभवन में पहले से मौजूद थे.
महाराष्ट्र: NCP नेता अजीत पवार ने राजभवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। pic.twitter.com/OBg5Q2Bjcq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
ये नेता भी शिंदे सरकार बने मंत्री
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में राजभवन में NCP नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसी के साथ ही वह एनसीपी से फिर एक बार बगावत कर एनडीए में शामिल हो चुके हैं. अजीत पवार के अलावा NCP के 8 नेता भी आज महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए हैं. जिनमें एनसीपी विधायक छग्गन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्मोबाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल पाटिल शामिल हैं. छगन भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली. इनके अलावा NCP नेता दिलीप पाटिन, हसन मुश्रीफ ने, धनंजय मुंडे, धर्माराव और एनसीपी नेता अदिति तटकरे ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहें.
आज सुबह अजित पवार के आवास पर एनसीपी नेताओं की बैठक बुलाई गई, जो बाद में पार्टी के अन्य नेताओं के साथ राज्यपाल रमेश बैस से मिलने राजभवन पहुंचे. इसके बाद पवार को महाराष्ट्र के दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. बता दे कि इससे पहले साल 2019 में अजीत पवार ने भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस के साथ हाथ मिलाया था. उस वक्त फड़नवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद और अजीत पवार ने राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. हालांकि अजित पवार तत्कालीन सियासी हलचल के बीच बीजेपी के साथ तीन दिन से अधिक समय तक नहीं टिक सके और एनसीपी में लौट गए थे.