scorecardresearch

महेंद्र सिंह धोनी बताएंगे कैसे करें डिजिटल भुगतान, चलाएंगे कैश-टू-डिजिटल अभियान

महेंद्र सिंह धोने अब मास्टरकार्ड के साथ मिलकर कैश-टू-डिजिटल अभियान के जरिए डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

महेंद्र सिंह धोने अब मास्टरकार्ड के साथ मिलकर कैश-टू-डिजिटल अभियान के जरिए डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

author-image
IANS
New Update
Mahendra singh dhoni, cash to digital abhiyan, digital payment, mastercard, digital india, financial express hindi

महेंद्र सिंह धोने अब मास्टरकार्ड के साथ मिलकर कैश-टू-डिजिटल अभियान के जरिए डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता फैलाएंगे. (Photo source- PTI)

Mahendra singh dhoni, cash to digital abhiyan, digital payment, mastercard, digital india, financial express hindi महेंद्र सिंह धोने अब मास्टरकार्ड के साथ मिलकर कैश-टू-डिजिटल अभियान के जरिए डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता फैलाएंगे. (Photo source- PTI)

भारत को कम नकदी वाला देश बनाने के लिए महेंद्र सिंह धोनी और मास्टरकार्ड ने हाथ मिलाया है. महेंद्र सिंह धोने अब मास्टरकार्ड के साथ मिलकर कैश-टू-डिजिटल अभियान के जरिए डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

Advertisment

कंपनी ने बुधवार को ये जानकारी दी और कहा कि इस अभियान का उद्देश्य सुविधा, व्यापक स्वीकृति, डेबिट कार्ड के बचाव और सुरक्षा के बारे में उपभोक्ताओं और व्यापारियों को शिक्षित करना है.

महेंद्र सिंह धोनी ने इस बारे में कहा, "एक छोटे से शहर रांची का निवासी होने पर मुझे गर्व है और मैंने पूरी दुनिया घूमी है इसलिए मैं बेहतर और सुरक्षित भुगतान के महत्व को समझता हूं, जो आज की डिजिटल अर्थव्यवस्था में जीने, काम करने और खेलने के लिए आत्मविश्वास पैदा करता है. मैं भारत सरकार के एक डिजिटली सशक्त, जुड़े हुए और समझदार समाज निर्माण के लक्ष्य को समर्थन देने के लिए मास्टरकार्ड के साथ जुड़कर काफी उत्साहित हूं."

मास्टरकार्ड के डिवीजन प्रेसिडेंट (दक्षिण एशिया) पोरुश सिंह ने कहा, "महेंद्र सिंह धोनी के रूप में मास्टरकार्ड ने इरफान खान के अलावा एक नया भागीदार पाया है, जो लेस-कैश इंडिया के लिए हमारे प्रयासों को दर्शाता है. ये गठबंधन डिजिटल भुगतान को अंतिम छोर तक पहुंचाने के मास्टडरकार्ड की प्रतिबद्धता को उजागर करता है.''

कैश-टू-डिजिटल अभियान को टियर-2 और टियर-3 शहरों में उपभोक्ता और व्यापारी जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है. भारत में लगभग 95 प्रतिशत रिटेल भुगतान अभी भी नकद में होता है और ये महानगरों से परे डिजिटल भुगतान के विकास के लिए एक गुंजाइश प्रदान करता है.

मास्टरकार्ड के चीफ मार्केटिंग और कम्युनिकेशंस ऑफिसर राजामन्नार ने कहा, " भारत में, क्रिकेट से ज्यादा किसी और चीज का जुनून नहीं है. हमें भरोसा है कि हमारी भागीदारी कैश-टू-डिजिटल भुगतान के प्रति हमारे प्रयासों को और शक्तिशाली ढंग से लागू करेगी, साथ ही इन्हें अगले स्तर पर ले जाएगी."