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Mahua Moitra storms out of Ethics panel meet: लोकसभा एथिक्स कमेटी की बैठक से बाहर आने के बाद मीडिया के सामने अपनी नाराजगी जाहिर करतीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा. (ANI Photo)
Mahua Moitra storms out of LS Ethics panel, alleges unethical, personal questions asked: लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा की पेशी गुरुवार को विवादों में घिर गई. महुआ मोइत्रा और कमेटी में शामिल विपक्षी दलों के सदस्यों ने ये कहते हुए कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया कि समिति के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद विनोद सोनकर महुआ मोइत्रा से निजी और अनैतिक सवाल पूछ रहे थे. महुआ मोइत्रा के साथ ही समिति में सदस्य के तौर पर शामिल कांग्रेस सांसद उत्तम रेड्डी और बीएसपी सांसद दानिश अली
को भी बैठक से बेहद गुस्से में बाहर आते देखा गया. दानिश अली और उत्तम रेड्डी ने कहा कि समिति की अध्यक्षता करने वाले बीजेपी सांसद ने टीएमसी की महिला नेता से जो सवाल पूछे, वे अनैतिक और अशोभनीय थे. हालांकि मीडिया में आई खबरों के मुताबिक विपक्षी सदस्यों और महुआ मोइत्रा के बहिष्कार करने के बाद भी समिति की कार्यवाही जारी रही.
मीडिया के सामने फूटा महुआ, विपक्षी सदस्यों का गुस्सा
महुआ मोइत्रा और विपक्षी सदस्यों के एथिक्स कमेटी की बैठक छोड़कर बाहर आने के बाद वहां मौजूदा मीडिया ने उनसे कार्यवाही के बारे में जानने की कोशिश की, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. समिति के सदस्य और बीएसपी सांसद दानिश अली ने भी महुआ के आरोप का समर्थन करते हुए कहा कि टीएमसी की महिला सांसद से ऐसे निजी और अनैतिक सवाल पूछे जा रहे थे, जिन्हें सही नहीं कहा जा सकता. समाचार एजेंसी एएनआई ने इस पूरे वाकये का वीडियो जारी किया है, जिसमें विपक्षी सदस्यों और महुआ मोइत्रा को समिति की कार्यवाही छोड़कर गुस्से में बाहर आते देखा जा सकता है.
#WATCH | Delhi: Opposition parties MPs including TMC MP Mahua Moitra and BSP MP Danish Ali, walked out from the Parliament Ethics Committee meeting.
— ANI (@ANI) November 2, 2023
TMC MP Mahua Moitra appeared before the Parliament Ethics Committee in connection with the 'cash for query' charge against her. pic.twitter.com/EkwYLPnD1O
निशिकांत दुबे की प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि हीरानंदानी के आरोपों के बारे महुआ मोइत्रा से सवाल पूछना एथिक्स पैनल के लिए जरूरी था. दुबे ने दावा किया कि टीएमसी सांसद ने इस मामले में एक गलत नैरेटिव बनाने की कोशिश की है और विपक्षी सदस्य तो एथिक्स कमेटी की अध्यक्षता एक ओबीसी सांसद के पास होने की वजह से परेशान हैं. निशिकांत दुबे ने दावा किया कि उन्होंने और दूसरे लोगों ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ इतने पुख्ता सबूत मुहैया कराए हैं कि उन्हें अब कोई ताकत बचा नहीं सकती है.
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महुआ मोइत्रा पर क्या हैं आरोप
महुआ मोइत्रा पर उनके पूर्व मित्र और वकील जय अनंत देहादराय ने बिजनेस मैन दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेकर लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया है. देहादराय ने इस मामले की शिकायत सीबीआई से भी की है. उनके इसी आरोप को आधार बनाकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को महुआ मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर शिकायत की, जिन्होंने तेजी से कार्रवाई करते हुए मामले की जांच एथिक्स कमेटी को सौंप दी. दुबई में रहने वाले दर्शन हीरानंदानी ने पहले तो आरोपों से इनकार किया, लेकिन फिर अचानक आरोपों को स्वीकार करते हुए अपना हलफनामा (affidavit) निशिकांत दुबे और लोकसभा की एथिक्स कमेटी को भेज दिया. हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में महुआ मोइत्रा पर लगाए जा रहे आरोपों की पुष्टि की है. हालांकि टीएमसी सांसद इन सभी आरोपों को बेबुनियाद और राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बता रही हैं. संसद की एथिक्स कमेटी इस मामले में निशिकांत दुबे और जय अनंत देहादराय के बयान पहले ही दर्ज कर चुकी है. महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी को भेजे पत्र में आरोपों को झूठा बताते हुए हीरानंदानी और देहादराय से सवाल-जवाब (cross-examination) करने की इजाजत भी मांगी थी.
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हीरानंदानी को दिए सांसद के लॉगिन, पासवर्ड!
दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में कहा है कि टीएमसी सांसद ने संसद सदस्य के तौर पर मिला अपना लॉगिन और पासवर्ड उन्हें दिया हुआ था, ताकि वे जरूरत पड़ने पर उनकी तरफ से सीधे सवाल पूछ सकें. महुआ मोइत्रा ने भी मीडिया से बातचीत के दौरान माना है कि उन्होंने सांसद के तौर पर अपने लॉगिन-पासवर्ड अपने दोस्त दर्शन हीरानंदानी को दिए थे, लेकिन सिर्फ इसलिए ताकि वे जरूरत पड़ने पर उनके सवालों को अपने किसी स्टाफ से टाइप करवाकर अपलोड कर सकें. उन्होंने हीरानंदानी से पैसे लेकर उन्हें फायदा कराने के लिए कभी कोई सवाल नहीं पूछा.