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पंकज त्रिपाठी की फिल्म 'मैं अटल हूं' राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार रवि जाधव (filmmaker Ravi Jadhav) के डायरेक्शन में बनी है.
Main Atal Hoon Opening Day Collection: देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बॉयोपिक फिल्म 'मैं अटल हूं' की बॉक्स ऑफिस पर शुरूआत काफी धीमी रही. रिलीज के पहले दिन फिल्म सिर्फ 1 करोड़ रुपये ही कमा सकी. इस फिल्म में एक्टर पंकज त्रिपाठी ने दिवंगत प्रधानमंत्री का किरदार निभाया है. बताया जाता है कि अपनी खास अंदाज वाली अदाकारी के लिए जाने जाने वाले पंकज जब भारतीय राजनीति के मशहूर नेता अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक 'मैं अटल हूं' के ट्रेलर में दिखाई दिए, तो दर्शकों को संदेह हुआ क्योंकि यह उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ काम नहीं लग रहा था. ऐसा लगता है कि यह संदेह अब बॉक्स ऑफिस नंबरों पर भी असर डालने लगा है. बता दें कि 2023 में आईं पंकज त्रिपाठी की फिल्में ओएमजी 2 और फुकरे 3 बॉक्स ऑफिस पर विजेता बनकर उभरीं थी.
मैं अटल हूं की शुरूआत काफी धीमी
इंडस्ट्री ट्रैकर 'Sacnilk' के मुताबिक पंकज त्रिपाठी की फिल्म 'मैं अटल हूं' सिनेमाघरों में रिलीज के पहले दिन सिर्फ 1 करोड़ रुपये की कमाई करने में सफल रही. अब यह देखना बाकी है कि फिल्म की राजनीतिक प्रकृति को देखते हुए वीकेंड के दौरान संख्या में वृद्धि होती है या नहीं.
मुंबई, दिल्ली के सिनेमाघरों में कितनी रही ऑक्यूपेंसी
पंकज त्रिपाठी की फिल्म 'मैं अटल हूं' राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार रवि जाधव (filmmaker Ravi Jadhav) के डायरेक्शन में बनी है. खुद फिल्मकार और ऋषि विरमानी (Rishi Virmani) ने 'मैं अटल हूं' की स्क्रिप्ट लिखी है. रिलीज के पहले दिन हिंदी एडिशन वाली इस फिल्म के लिए कुल मिलाकर 9.39 फीसदी ऑक्यूपेंसी देखी गई. मुंबई में 9 फीसदी ऑक्यूपेंसी के साथ 371 शो थे और दिल्ली-NCR में 8.25 फीसदी ऑक्यूपेंसी के साथ 538 शो थे.
पंकज की फिल्म को मिश्रित समीक्षा मिली है, हालांकि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के रूप में उनके प्रदर्शन को गर्मजोशी से दिखाया गया है. द इंडियन एक्सप्रेस की फिल्म समीक्षक शुभ्रा गुप्ता ने फिल्म की समीक्षा में लिखा, "पंकज त्रिपाठी, इन एंड एज अटल बिहारी वाजपेयी, इस भूमिका को निभाने के लिए पैदा हुए थे. हिंदी पर उनकी पकड़ और उनके भाषण की लय इतनी सम्मोहित है कि हम बह जाते हैं, लेकिन त्रिपाठी के कैलिबर का एक अभिनेता भी इस तरह की रिडक्टिव स्क्रिप्ट के साथ बहुत कुछ नहीं कर सकता है. हमें जो मिल सकता था, वह एक नवोदित नेता का एक गोल चित्र था, जिसने राजनीति की शुरुआत जनसंघ से की, कुछ समय तक जनता पार्टी से जुड़े रहे और बाद में भाजपा के गठन को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी.