scorecardresearch

हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने के हक में हैं ज़्यादातर भारतीय कम्पनियां, एक सर्वे ने किया चौंकाने वाला दावा

4-Day Workweek Model: दुनिया भर की कई कंपनियां अब हफ्ते में चार दिन के काम का प्रस्ताव रख रही हैं और अब एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि भारत में भी ज्यादातर कंपनियां इसके सपोर्ट में हैं.

4-Day Workweek Model: दुनिया भर की कई कंपनियां अब हफ्ते में चार दिन के काम का प्रस्ताव रख रही हैं और अब एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि भारत में भी ज्यादातर कंपनियां इसके सपोर्ट में हैं.

author-image
FE Online
एडिट
New Update
Majority of employers favour 4-day workweek according to a Report

सर्वे में पाया गया कि 100 फीसदी एंप्लाई 4 दिनों के वर्किंग मॉडल के पक्ष में है. (Image- Pixabay)

4-Day Workweek Model: दुनिया भर की कई कंपनियां अब हफ्ते में चार दिन के काम का प्रस्ताव रख रही हैं और अब एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा किया गया है कि भारत में भी ज्यादातर कंपनियां इसके सपोर्ट में हैं या कहें तो शत प्रतिशत. एंप्लाईज और एंप्लॉयर्स दोनों ही इस मॉडल के पक्ष में दिखे. भारतीय एंप्लॉयर्स का मानना है कि इस मॉडल को अपनाने पर स्ट्रेल लेवल को कम करने में मदद मिलेगी. एचआर सॉल्यूशंस जीनियस कंसल्टेंट्स की रिपोर्ट के मुताबिक सर्वे में शामिल 60 फीसदी से अधिक एंप्लॉयर्स इस बात से स्ट्रांगली सहमत हैं कि 4-वर्किंग डेज वाला मॉडल कंपनी के ओवरऑल मोराल को बढ़ाने में सफल होगा और जॉब संतुष्टि व प्रोफेशनल-पर्सनल लाइफ में बैलेंस बनाने में मदद मिलेगी. इस मॉडल से तनाव को कम करने में मदद मिलेगी.

हालांकि 27 फीसदी का मानना है कि वे इस मॉडल से कंपनी की उत्पादकता को लेकर पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते हैं. शेष 11 फीसदी का मानना है कि इससे न तो कुछ खास सुधार दिखेगा और न ही यील्ड दिखेगा.

Advertisment

ELSS vs Other 80C Investments: इनकम टैक्स बचाने के लिए सेक्शन 80सी में दिए हैं कई विकल्प, ELSS क्यों है इनमें बेहतर निवेश

100 फीसदी एंप्लाईज 4 दिनों के वर्किंग मॉडल के पक्ष में

यह रिपोर्ट देश भर के 1113 एंप्लायर्स और एंप्लाईज के बीच कराए गए ऑनलाइन सर्वे पर आधारित है. यह सर्वे 1 फरवरी से 7 मार्च के बैंकिंग व फाइनेंस, कंस्ट्रक्शन व इंजीनियरिंग, एजुकेशन, एफएमसीजी, हॉस्पिटैलिटी, एचआर सॉल्यूशंस, आईटी, आईटीईएस व बीपीओ, लॉजिस्टिक्स, मैन्यूफैक्चरिंग, मीडिया और तेल व गैस सेक्टर्स के एंप्लायर्स और एंप्लाईज के बीच किया गया. सर्वे में पाया गया कि 100 फीसदी एंप्लाई 4 दिनों के वर्किंग मॉडल के पक्ष में है.

5 सिटी गैस लाइसेंस के लिए मिली 21 बोलियां, नीलामी पूरी होने के बाद देश के 98% को मिल सकेगी नेचुरल गैस

चार दिनों के वर्किंग मॉडल से उत्पादकता बढ़ाने में मिलेगी मदद

एंप्लायर्स से जब पूछा गया कि क्या वे एक अतिरिक्त दिन के ऑफ के लिए हर दिन 12 घंटे से अधिक काम करने के लिए तैयार हैं तो 56 फीसदी से अधिक इसे लेकर तुरंत सहमत हो गए. वहीं 44 फीसदी अपने वर्किंग घंटे को बढ़ाने को लेकर सहमत नहीं हुए. इसी प्रकार सर्वे में शामिल 60 फीसदी एंप्लाईज भी एक अतिरिक्त साप्ताहिक छुट्टी के लिए 112 घंटे से अधिक काम करने के लिए तैयार दिखे. रिपोर्ट के मुताबिक 66 फीसदी का मानना है कि चार दिनों के वर्किंग मॉडल से उनकी उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी.

Covid Vaccine Price: कोविशील्ड और कोवैक्सीन की तीसरी डोज हुई सस्ती, सरकार के कहने पर कंपनियों ने घटाए दाम

तीसरी साप्ताहिक छुट्टी के लिए शुक्रवार अधिकतर की पसंद

सर्वे के मुताबिक सर्वे में शामिल 52 फीसदी तीसरी साप्ताहिक छुट्टी को शुक्रवार को पसंद किया जबकि 18 फीसदी ने सोमवार, 18 फीसदी ने बुधवार व 11 फीसदी ने गुरुवार को पसंद किया. जीनियस कंसल्टेंट्स के सीएमडी आरपी यादव के मुताबिक चार दिनों का कामकाजी मॉडल काफी दिलचस्प है और इसे कुछ देशों की कंपनियां अपना रही हैं. कई लोग इस मॉडल के पक्ष में हैं और उनका मानना है कि इससे उन्हें प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को मैनेज करने में आसानी हो रही है.

(Input: PTI)

Survey