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Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा बेकाबू हो रहा है और विपक्षी दल राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं.(PTI Photo: June 16, 2023)
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा बेकाबू हो रहा है और विपक्षी दल राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने मणिपुर के हालात पर 24 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति में अमित शाह ही इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक में प्रधानमंत्री के शामिल नहीं होने के फैसले को लेकर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने गुरुवार को कहा कि हिंसा प्रभावित मणिपुर में स्थिति को संभालने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ही पर्याप्त हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तर-पूर्वी राज्य का दौरा करने की कोई जरूरत नहीं है. उनका यह बयान शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा पीएम मोदी पर निशाना साधने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें उन्होंने पूछा था कि पीएम मोदी मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए राज्य का दौरा करने के बजाय अमेरिका का दौरा क्यों कर रहे हैं.
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के सतारा जिले के कराड शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए, देवेंद्र फड़नवीस ने ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, "कुछ दिन पहले, महाराष्ट्र के एक नेता ने कहा था कि पीएम मोदी अमेरिका का दौरा कर रहे हैं, लेकिन मणिपुर का नहीं. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि हमारे केंद्रीय मंत्री अमित शाह मणिपुर में स्थिति को संभालने के लिए यह पर्याप्त है.मोदीजी को वहां जाने की कोई जरूरत नहीं है." उन्होंने आगे कहा, "आप (ठाकरे) 'मातोश्री' (उनका निजी निवास) से वर्ली (मुंबई के नजदीकी उपनगर) तक भी नहीं गए, लेकिन आप मोदीजी को अमेरिका के बजाय मणिपुर जाने के लिए कह रहे हैं. क्या उन्हें इस पर बोलने का भी कोई अधिकार है ?"
3 मई को भड़की थी मणिपुर में हिंसा
मेइतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद मणिपुर में हिंसक झड़पें हुईं. अब तक करीब 120 लोगों की जान जा चुकी है और 3,000 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. रविवार को अकोला में दिए अपने भाषण में फड़णवीस ने भारत में कोरोना-रोधी टीके के विकास का श्रेय पीएम मोदी को दिया. हालांकि, बाद में ठाकरे ने फड़नवीस का मजाक उड़ाया और पूछा, "अगर मोदी जी ने वैक्सीन बनाई, तो वैज्ञानिक क्या कर रहे थे? क्या वे (केवल) घास तोड़ रहे थे?" उद्धव ठाकरे के इस बयान का जिक्र करते हुए फड़णवीस ने कहा, ''इससे पहले, जब मैंने कहा था कि मोदीजी ने वैक्सीन बना ली है तो मेरे भाषण का ठाकरे ने मजाक उड़ाया था. जब उद्धवजी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, तो क्या वह घोड़े की लगाम थामे हुए व्यक्ति की तरह शो चला रहे थे?'' फडणवीस ने आगे कहा, "पीएम ने वैज्ञानिकों से मुलाकात की, 1,800 करोड़ रुपये एडवांस दिए और कोरोनारोधी टीके की शीशियां बनवाईं, जिससे देश के सभी 140 करोड़ नागरिकों को मुफ्त में टीका लगाया गया. यह उनकी वजह से था कि देश के सभी 140 करोड़ नागरिकों को मुफ्त में खुराक दी गई अन्यथा करोड़ों लोगों की मौत हो जाती."