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Live-stock bill controversy: भारत सरकार ने 7 जून 2023 को एक नए लाइव-स्टॉक बिल का ड्राफ्ट जारी किया था, जिसे भारी विरोध के बाद वापस लेने का फैसला किया गया है. (File Photo : Indian Express)
Controversial Live-stock bill withdrawn: मोदी सरकार ने नए लाइव-स्टॉक बिल के ड्राफ्ट को वापस ले लिया है. इसी महीने जारी किए गए इस ड्राफ्ट (Live-stock and Live-stock Products Bill, 2023) का बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा था. पशुप्रेमियों और पशु अधिकार संगठनों से लेकर पूर्व क्रिकेटर कपिल देव और अभिनेत्री जीनत अमान तक कई बड़ी हस्तियों ने इस बिल का कड़ा विरोध किया था. विरोधियों का आरोप था कि इस बिल के कानून बन जाने पर जीवित पशुओं के एक्सपोर्ट-इंपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उनके साथ क्रूरता भरे बर्ताव में भी इजाफा होगा. कुत्ते और बिल्ली जैसे जीवों को बिल के दायरे में लाए जाने का भी पशुप्रेमी विरोध कर रहे थे. इस भारी विरोध को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बिल के ड्राफ्ट को वापस लेने का फैसला किया है.
48 घंटे में बिल के खिलाफ मिले थे 1 लाख से ज्यादा ईमेल
भारत सरकार के मस्त्य, मशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने लाइव स्टॉक बिल (Live-stock and Live-stock Products and exportation Bill, 2023) का ड्राफ्ट 7 जून 2023 को जारी किया था. इस ड्राफ्ट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं और सुझाव मांगे गए थे. लेकिन पशु प्रेमियों, पशु अधिकार कार्यकर्ताओं और कई बड़े सेलेब्रिटीज़ ने इस बिल के प्रावधानों का कड़ा विरोध शुरू कर दिया. ऐसी खबरें आईं कि सरकार को ड्राफ्ट जारी किए जाने के 48 घंटे के भीतर ही बिल के खिलाफ 1 लाख से ज्यादा ईमेल प्राप्त हो गए थे. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव, अभिनेत्री जीनत अमान और किट्टू गिडवानी समेत कई मशहूर लोग भी बिल के खिलाफ अपील करने वालों में शामिल थे.
Dear Kapil Dev Sir,@therealkapildev
— Vidit Sharma 🇮🇳 (@TheViditsharma) June 17, 2023
We would like to express our heartfelt gratitude for your unwavering support and dedication in standing up for the voiceless souls and opposing the 2023 livestock export bill. Your commitment to animal welfare and advocacy is truly… pic.twitter.com/VYnLYh1fdJ
भारी विरोध के कारण वापस हुआ बिल का ड्राफ्ट
चौतरफा विरोध को ध्यान में रखते हुए ही मंत्रालय ने मंगलवार को एक ऑफिस मेमोरेंडम जारी करके ड्राफ्ट बिल को वापस लेने का एलान कर दिया. इस मेमोरेंडम में कहा गया है कि लाइव स्टॉक इंपोर्टेशन एक्ट 1898 देश को आजादी मिलने और संविधान बनने से पहले का कानून था, लिहाजा उसमें बदलाव की जरूरत महसूस की जा रही थी… लेकिन नए बिल के ड्राफ्ट पर कंसल्टेशन के दौरान इस पर पर्याप्त समझदारी बनाने के लिए और वक्त दिए जाने की जरूरत महसूस हुई. साथ ही नए बिल को लेकर कई ऐसी चिंताएं भी जाहिर की गईं, पशुओं के बारे में लोगों की संवेदनशीलता और भावनाओं से जुड़ी हैं…. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए बिल को वापस लिया जा रहा है.
Zeenat Aman’s message
— Divyam Khera (@DivyamKhera) June 17, 2023
#SayNoToLivestockBill2023pic.twitter.com/d3opHTQf6U
बिल पर क्यों हुआ था विवाद
ड्राफ्ट बिल की कई बातों पर पशुप्रेमियों और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं को एतराज था. उनकी राय में यह बिल जीवित पशुओं के इंपोर्ट-एक्सपोर्ट को बढ़ाना देने वाला था और जानकारों का मानना है कि लंबी दूरी के ट्रांसपोर्टेशन के दौरान जीवित पशुओं को भारी कष्ट का सामना करना पड़ता है. कम जगह में ज्यादा पशुओं को भरकर ले जाया जाता है, जिससे उनके लिए हिलना-डुलना तो दूर, ठीक से सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है, कई दिनों तक उन्हें एक ही स्थिति में खड़े रहना पड़ता है. ठीक से खाना-पानी न मिलने और लंबे समय तक गंदगी में पड़े रहने की वजह से ट्रांसपोर्टेशन के दौरान बड़ी संख्या में पशु बीमार पड़ते या उनकी मौत हो जाती है.
Kittugudwani ji is a renowned TV Celebrity in India and is saddened by the decision to include our cats and dogs in the livestock category
— Animal welfare and care services, AWCS foundation (@navneet_AWCS) June 17, 2023
Please take note @PMOIndia
The people all over India and abroad are appalled by this decision #SayNoToLivestockBill2023… pic.twitter.com/KJWlcTJH86