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IMD के अनुसार, अगले 24 घंटे में बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है. (Image: AP)
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Monsoon 2020: देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. अबतक दक्षिण भारत के कई राज्यों के तटीय इलाकों में मानसून की झमाझम बारिश देखी गई है. भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 24 घंटे में बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए अनुकूल स्थितियां बन रही है. अगर ऐसा ही रहा तो महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना समेत देश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. वहीं, दक्षिण पश्चिम मॉनसून अगले दो दिन में बंगाल की खाड़ी, पूर्वोत्तर के राज्यों, सिक्किम, ओडिशा के कुछ हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल में आगे बढ़ने के साथ बारिश भी हो सकती है.
प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, तटीय कर्नाटक और केरल के बाद पिछले दो दिनों में दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों और रायलसीमा और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दिया. पूर्वोत्तर भारत में मानसून अगले दो-तीन दिनों में दस्तक दे सकता है. इसके अलावा, कोंकण, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी मानसून आगे बढ़ेगा. जून के पहले सप्ताह में देश में मानसून वर्षा सामान्य से 71 फीसदी अधिक हुई है. इसमें सबसे अधिक योगदान मध्य भारत और केरल का है.
15 जून तक बिहार-झारखंड में दस्तक!
स्काईमेट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी पर जल्द ही एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. बंगाल की खाड़ी में यह पहला मानसून सिस्टम होगा. मानसून के शुरुआती समय में जब भी ऐसे मौसमी सिस्टम बनते हैं तो यह बहुत दूर तक नहीं जाते हैं. अनुमान है कि यह सिस्टम देश के पूर्वी तटों और इसके आसपास के पूर्वी भारत के भागों पर ही रहने की संभावना है. एजेंसी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 15 जून तक बिहार और झारखंड तक आ जाता है. यह मौसमी सिस्टम 12 जून को ओडिशा के तटों को पार करने के बाद पूर्वी भारत के ओर मुड़ सकता है और बिहार, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल के ऊपर पहुंच जाएगा. आगे यह तराई क्षेत्रों में जा सकता है.
10 से 16 जून के बीच तेज बारिश होने की संभावना
अरब सागर पर दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने के कारण आने वाले समय में मानसून कर्नाटक और रायलसीमा के भागों को पार करते हुए तेलंगाना पहुंच जाएगा. साथ ही मुंबई समेत महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र और मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र में भी जल्द ही मानसून के आने की अच्छी खबर मिलेगी. आने वाले दिनों में मानसून के आगे बढ़ने के साथ ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र में 10 से 16 जून के बीच तेज बारिश होने की संभावना है. कृषि क्षेत्र के लिए मानसून की तरफ से अब तक सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं.
आगामी 24 घंटे में यहां होगी बारिश, दिल्ली में बढ़ेगी तपिश
स्काईमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह पर मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा के दक्षिणी तटीय हिस्सों, आंध्र प्रदेश, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण व गोवा, गुजरात के दक्षिणी भागों और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं. एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है.
आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम में हल्की बारिश से मध्यम बारिश का अनुमान है. पूर्वी राजस्थान में धूल भरी आंधी या गरज के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है. उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क रहेगा. दिल्ली समेत मैदानी हिस्सों में तापमान बढ़ेगा.