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he system was implemented across 527 highways within the country.
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राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से पथ कर (टोल) कलेक्शन शुरू होने के साथ अब तक 1.10 करोड़ फास्टैग (FASTags) जारी किए गए हैं. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न बिक्री केंद्रों (PoS) के जरिये करीब 1.10 करोड़ फास्टैग जारी किए गए हैं.
राजमार्ग प्राधिकरण रोज करीब डेढ़ से दो लाख फास्टैग की बिक्री देख रहा है. यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि लोग इस डिजिटल व्यवस्था को स्वीकार कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप, दैनिक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन करीब 46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. बता दें, फास्टैग रिचार्ज होने वाला प्रीपेड टैग है जिसका टोल पर अपने आप बिना रुके ऑनलाइन भुगतान हो जाएगा.
NHAI ने यात्रा को आसान बनाने के लिए 15 दिसंबर से देशभर के अपने 523 टोल प्लाजा पर RFID आधारित फास्टैग से टोल कलेक्शन शुरू किया है.
अधिकारी ने कहा, "फास्टैग व्यवस्था शुरू होने के आठ दिन के भीतर ही फास्टैग से रोजाना आधार पर टोल लेनदेन की संख्या करीब 24 लाख पर पहुंच गई है." उन्होंने कहा कि राजमार्ग प्राधिकरण इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद से यात्रियों द्वारा उठाई जा रही समस्याओं को सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. अब तक उठाए गए सभी मुद्दों पर एनएचएआई के अधिकारी काम कर रहे हैं.
कहां से खरीद सकते हैं FASTags?
फास्टैग को विभिन्न बैंकों और आईएचएमसीएल/एनएचएआई द्वारा स्थापित 28,500 बिक्री केन्द्रों से खरीदा जा सकता है. इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी टोल प्लाजा, आरटीओ, साझा सेवा केन्द्र, परिवहन केन्द्र, बैंक की शाखाएं, कुछ चुने हुए पेट्रोल पंप आदि शामिल हैं.
खुदरा खंड (कार/जीप/वैन) के लिए फास्टैग अमेजन और विभिन्न सदस्य बैंकों जैसे एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, पेटीएम पेमेंट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक आदि की वेबसाइट पर जाकर और My FASTag App से खरीदे जा सकते हैं.
बिना फास्टैग गलत लेन में घुसे तो डबल चार्ज
सरकार के गजट नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नेशनल हाइवे टोल प्लाजा पर फास्टैग के बिना यदि कोई भी गाड़ी “फास्टैग लेन” में प्रवेश कर रहा है, तो उसे वाहन की उस कैटेगरी के लिए लागू शुल्क से दोगुने शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा.
Input: PTI