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Mumbai CST के लिए बोली लगाने वालों में अडाणी रेलवेज़ के अलावा GMR एंटरप्राइज़, ओबरॉय रियल्टी और गोदरेज प्रॉपर्टीज़ समेत 9 कंपनियां शामिल हैं.
इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (IRSDC) ने मंगलवार को कहा कि अडाणी रेलवे, GMR एंटरप्राइजेज और ओबरॉय रियल्टी मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के पुनर्विकास के लिए नौ बोली लगाने वालों में शामिल हैं. CSMT स्टेशन का पुनर्विकास रेलवे की स्टेशनों को रेलोपॉलीज ('Railopolis') में बदलने की योजना का हिस्सा हैं. Railopolis एक मिनी स्मार्ट सिटी है, जहां व्यक्ति रह, काम, खेल और सफर कर सकता है, जिससे बड़ा निवेश और कारोबार के असर आकर्षित होंगे.
बोली लगाने वालों में गोदरेज का भी नाम
ये पुनर्विकसित स्टेशन में मुसाफिरों को स्टेट ऑफ आर्ट सुविधाएं मिलेंगी और सफर का अनुभव बेहतर बनेगा. प्रतिष्ठित स्टेशन के लिए दूसरे बोली लगाने वालों में गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड, Anchorage इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट्स होल्डिंग्स लिमिटेड, ISQ एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, Kalpataru पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड, Moribus होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड और BIF IV इंफ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग DIFC प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.
IRSDC के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ एसके लोहिया ने कहा कि नौ कंपनियों ने CSMT स्टेशन के पुनर्विकास के लिए RFQ (रिक्वेस्ट ऑफ कोटेशन) स्टेज को पास किया है. अगले कदम के तौर पर, IRSDC क्वालिफाइड बोली लगाने वालों के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) निकालेगी. उन्होंने आगे कहा कि CSMT रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास उनके सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक है और IRSDC में वे, CSMT रेलवे स्टेशन को एक स्टेट ऑफ आर्ट ट्रांसपोर्ट हब में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
IRSDC के बयान में यह भी बताया गया है कि स्टेशन के पुनर्विकास की लागत (अनिवार्य कीमत) 1,642 करोड़ रुपये है. इसके मुताबिक पुनर्विकास के लिए निवेश का अवसर DBFOT ( डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर) बेसिस पर है. स्टेशनों का पुनर्विकास करने की योजना के तौर पर, मौजूदा समय में 123 रेलवे स्टेशनों में काम जारी है. इनमें से IRSDC 63 और RLDA 60 स्टेशनों पर काम कर रही है. वर्तमान अनुमानों के मुताबिक, 123 स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ रियल एस्टेट डेवलपमेंट के लिए जरूरी कुल निवेश करीब 50,000 करोड़ रुपये है.