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नारायण मूर्ति बोले- भारत को चीन की तरह ईमानदारी की जरूरत, Moonlighting पर कही ये बड़ी बात

उन्होंने कहा कि 1940 के दशक के अंत में अर्थव्यवस्था के स्तर पर भारत के समान आकार होने के बावजूद, चीन ने जिस संस्कृति को आत्मसात किया है, उसके कारण वह भारत के तुलना में छह गुना ज्यादा वृद्धि दर्ज की है.

उन्होंने कहा कि 1940 के दशक के अंत में अर्थव्यवस्था के स्तर पर भारत के समान आकार होने के बावजूद, चीन ने जिस संस्कृति को आत्मसात किया है, उसके कारण वह भारत के तुलना में छह गुना ज्यादा वृद्धि दर्ज की है.

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FE Hindi Desk
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नारायण मूर्ति बोले- भारत को चीन की तरह ईमानदारी की जरूरत, Moonlighting पर कही ये बड़ी बात

इसके अलावा, युवाओं को एक संदेश में, मूर्ति ने कहा कि उन्हें मूनलाइटिंग या घर से काम करने पर जोर नहीं देना चाहिए

Narayan Murthy on India and China: इंफोसिस (Infosys) के संस्थापक और वर्तमान में कैटरमन वेंचर्स के अध्यक्ष एनआर नारायण मूर्ति (NR Narayan Murthy) ने एक बड़ा बयान दिया है. नारायण मूर्ति ने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत को ईमानदारी की संस्कृति सीखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 1940 के दशक के अंत में अर्थव्यवस्था के स्तर पर भारत के समान आकार होने के बावजूद, चीन ने जिस संस्कृति को आत्मसात किया है, उसके कारण वह भारत की भारत की तुलना में 6 गुना तेजी से विकास किया है.

नारायण मूर्ति ने क्या कहा?

मूर्ति ने विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एशिया आर्थिक वार्ता में कहा हमें तुरंत निर्णय लेने, कार्यान्वयन करने, परेशानी रहित लेन-देन, ईमानदारी की संस्कृति बनाने की आवश्यकता है, जिसमें पक्षपात न हो. उन्होंने कहा कि इस तरह की सांस्कृतिक विशेषताएं सभी विकसित देशों को जोड़ने वाला एकमात्र सामान्य पहलू हैं. उन्होंने कहा, "देश में केवल एक छोटा वर्ग कड़ी मेहनत करता है और अधिकांश लोगों ने उस संस्कृति को नहीं अपनाया है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक है." नारायण मूर्ति ने आगे कहा कि उन्हें 'राष्ट्र-विरोधी' न बुलाया जाए.

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शंघाई दौरे का भी अनुभव किया साझा

मूर्ति ने 2006 में शंघाई दौरे का एक अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि शहर के मेयर ने उनके द्वारा चुने गए 25 एकड़ भूमि पार्सल का चयन करने के एक दिन बाद ही उन्हें आवंटित कर दिया था. उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर मौजूद भ्रष्टाचार के कारण भारत में इस गति का अभाव है.

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युवाओं के लिए संदेश

इसके अलावा, युवाओं को एक संदेश में, मूर्ति ने कहा कि उन्हें मूनलाइटिंग या घर से काम करने पर जोर नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए मेरी विनम्र इच्छा है कि कृपया इस जाल में न पड़ें कि मैं मूनलाइटिंग करूंगा या मैं घर से काम करूंगा और मैं सप्ताह में तीन दिन ऑफिस आऊंगा.

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