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Lok Sabha during debate on no-confidence motion: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में मणिपुर हिंसा के खिलाफ पोस्टर दिखाते विपक्षी सांसद. (PTI Photo)
NDA partner MNF of Mizoram to back opposition's no-confidence motion in Lok Sabha over Manipur Violence : बीजेपी की अगुवाई वाले NDA में शामिल मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) ने मणिपुर के मसले पर सरकार के खिलाफ विपक्ष के INDIA अलायंस का साथ देने का एलान किया है. मिजोरम में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे MNF का कहना है कि वो लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगा. पार्टी के लोकसभा सांसद सी लालरोसांगा ने गुरुवार को पीटीआई से कहा कि वे मणिपुर में जातीय हिंसा से निपटने में केंद्र और राज्य सरकार की नाकामी के कारण अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट डालेंगे.
मणिपुर में केंद्र-राज्य सरकारों की नाकामी से निराश : MNF
मणिपुर के पड़ोसी राज्य मिजोरम के सत्ताधारी दल MNF का कहना है कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का यह मतलब नहीं है कि वे कांग्रेस के साथ हैं या बीजेपी के खिलाफ हैं. पार्टी का कहना है कि उसने अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के साथ खड़े होने का फैसला मणिपुर में तीन महीने से जारी भयानक हिंसा को संभालने में केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की बीरेन सिंह सरकार के पूरी तरह नाकाम साबित होने पर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए किया है. एमएनएफ साल 2014 से ही एनडीए में शामिल है और मिजोरम में उसके नेता जोरामथांगा मुख्यमंत्री के तौर पर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं. एनडीए में शामिल होने के साथ ही साथ एमएनएफ पूर्वोत्तर राज्यों में बीजेपी की अगुवाई में बनाए गए गठबंधन नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) का भी सदस्य है.
राज्यसभा में भी सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं MNF सांसद
एमएनएफ के सांसद लालरोसांगा ने कहा कि लोकसभा में विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने का फैसला पार्टी अध्यक्ष और मणिपुर के मुख्यमंत्री जोरामथांगा समेत तमाम नेताओं से चर्चा के बाद लिया गया है. उन्होंने कहा कि हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में जो कुकी आदिवासियों की हालत से एमएनएफ बेहद दुखी है. एमएनएफ के राज्यसभा सांसद के वनलालवेना भी मणिपुर के मुद्दे पर सरकार की आलोचना करते रहे हैं. उन्होंने भी पीटीआई से कहा कि सरकार मणिपुर के हालात से जिस तरह निपट रही है, वे उसके खिलाफ संसद में अपनी आवाज उठाते रहेंगे.
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अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय, शाम 4 बजे बोलेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 4 बजे लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देने वाले हैं. उनके भाषण के बाद ही अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराए जाने की उम्मीद है. हालांकि लोकसभा में बीजेपी समेत एनडीए में शामिल दलों के प्रचंड बहुमत को ध्यान में रखते हुए अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय माना जा रहा है. यह बात खुद विपक्षी दल भी मानते हैं. उनका कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव का मुख्य मकसद प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर जवाब देने के लिए मजबूर करना है.