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No confidence motion in Lok Sabha : लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. (PTI Photo)
No confidence motion against Modi Govt: कांग्रेस समेत देश के कई प्रमुख विपक्षी दलों की तरफ से मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा शुरू हो चुकी है. सदन में विपक्ष की तरफ से इस चर्चा की शुरुआत कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने की. उन्होंने कहा कि हम मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मौनव्रत तोड़ने के लिए यह प्रस्ताव लाये हैं. गोगोई ने कहा, यह अविश्वास प्रस्ताव लाना हमारी मजबूरी है. मुद्दा संख्या बल का नहीं बल्कि मणिपुर के लिए इंसाफ का है. गोगोई ने कहा, यह अविश्वास प्रस्ताव लाना हमारी मजबूरी है. मुद्दा संख्या बल का नहीं बल्कि मणिपुर के लिए इंसाफ का है. कांग्रेस सांसद ने मणिपुर के मामले में केंद्र सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए पूछा कि गुजरात, उत्तराखंड और त्रिपुरा में चुनावों से पहले मुख्यमंत्री बदल दिये जाते हैं, लेकिन मणिपुर में इतने दिन तक हिंसा के बाद भी प्रधानमंत्री ने वहां के मुख्यमंत्री को क्यों नहीं बदला?
राहुल गांधी का नाम वापस क्यों लिया : जोशी
सोमवार को राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने के बाद से ही कहा जा रहे था कि मंगलवार को वे अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत करेंगे. लोकसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप के सुरेश ने भी कहा था कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की तरफ से चर्चा की शुरुआत राहुल गांधी करेंगे. लेकिन बाद में राहुल गांधी की जगह अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले गौरव गोगोई ने बहस की शुरुआत की. लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो इस पर कांग्रेस को घेरते हुए बीजेपी ने पूछा, राहुल गांधी कहां गए? संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने हैरानी जाहिर करते हुए पूछा कि अविश्वास प्रस्ताव पर मुख्य वक्ता के तौर पर राहुल गांधी का नाम अंतिम समय में वापस क्यों ले लिया गया?
मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश
विपक्षी दलों के हाल में बने गठबंधन इंडिया (INDIA) में शामिल राजनीतिक पार्टियां लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन कर रही हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को इस प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब दे सकते हैं. विपक्ष की तरफ से इस बहस में मनीष तिवारी समेत कई कांग्रेस नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है. लोकसभा में संख्या बल पूरी तरह मोदी सरकार के पक्ष में है. लिहाजा सरकार को इस प्रस्ताव से दूर-दूर तक कोई खतरा नहीं है. लेकिन विपक्ष इस प्रस्ताव का इस्तेमाल मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर सरकार को घेरने और पीएम मोदी को सदन में बयान देने पर मजबूर करने के लिए करना चाहता है. विपक्षी दल अच्छी तरह जानते हैं कि लोकसभा में मोदी सरकार के पास बहुमत है. लेकिन उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ इसलिए पेश किया है ताकि पीएम मोदी को संसद में आकर मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर बोलना पड़े. संसद के मानसूत्र सत्र के दौरान विपक्ष लगातार मांग करता आ रहा है कि पीम मोदी मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद के भीतर बयान दें. इसके अलावा विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव के जरिए अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता का प्रदर्शन करने के लिए कर सकता है.
PM मोदी से हमारे 3 सवाल हैं:
— Congress (@INCIndia) August 8, 2023
1. PM मोदी आज तक मणिपुर क्यों नहीं गए?
2. PM मोदी को मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लगे?
3. PM मोदी ने आज तक मणिपुर के CM को बर्खास्त क्यों नहीं किया? pic.twitter.com/NUevXCV5Kn
चार महीने बाद बहाल हुई है राहुल की संसद सदस्यता
राहुल गांधी की संसद सदस्यता 23 मार्च 2023 को मानहानि के मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद चली गई थी. लेकिन पिछले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से उनकी दोष सिद्धि पर रोक लगाए जाने के बाद सोमवार को उनकी संसद सदस्यता बहाल हो गई. इसके बाद राहुल गांधी संसद भवन परिसर पहुंचे और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.