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Odisha Train Accident: दो जून को हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 292 हो गई है. (Photographer: Punit Paranjpe/AFP/Getty Images)
Odisha Train Accident: भारतीय रेलवे ने मंगलवार को उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें दावा किया गया था कि 2 जून को दुर्घटना के समय बहंगा स्टेशन पर तैनात एक कर्मचारी अभी लापता है. दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीआरओ आदित्य कुमार चौधरी ने रिपोर्ट को "तथ्यात्मक रूप से गलत" बताया. उन्होंने कहा कि रेलवे के कर्मचारी मौजूद थे और सीबीआई और सीआरएस के सामने पेश हो रहे हैं.
रेलवे का क्या है कहना?
आदित्य कुमार चौधरी का कहना है, “मीडिया रिपोर्टों का दावा है कि बहनागा का एक कर्मचारी फरार हो गया है और लापता है. हालांकि तथ्यात्मक रूप से गलत है. सभी कर्मचारी मौजूद थे. वे आवश्यकता के अनुसार सीबीआई और सीआरएस के सामने पेश हो रहे हैं." गौरतलब है कि पहले यह बताया गया था कि ओडिशा में बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच कर रही सीबीआई ने ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना होने पर सोरो सेक्शन सिग्नल के लिए जिम्मेदार जूनियर इंजीनियर के आवास को सील कर दिया था. रिपोर्टों के अनुसार, बालासोर में किराए के मकान में रहने वाले इंजीनियर से जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी, लेकिन बाद में उसके परिवार के साथ लापता होने की सूचना मिली थी.
मरने वालों की संख्या बढ़कर 292 हो गई
अधिकारियों ने बताया कि रविवार को दो जून को हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 292 हो गई. अधिकारियों ने बताया कि 287 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक स्थिर मालगाड़ी से टकरा जाने से 1,200 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है, जिसके अधिकांश डिब्बे उस दिन शाम 7 बजे पटरी से उतर गए. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन का दौरा करने वाले हैं. वह बालासोर जिला अस्पताल भी जाएंगे, जहां कई घायलों को भर्ती कराया गया था. मंत्री से बालासोर रेलवे स्टेशन पर किए जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण और समीक्षा करने की भी उम्मीद है.
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बालासोर ट्रेन हादसे की जांच
त्रासदी के चार दिन बाद 6 जून को ट्रेन दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी. एजेंसी को शामिल करने के निर्णय ने विपक्ष से व्यापक निंदा की, जिसने इसे ध्यान हटाने और जवाबदेही से बचने का कदम बताया. दुर्घटना के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के बाद एजेंसी जांच में शामिल हुई थी.