/financial-express-hindi/media/post_banners/5JvaYXyvZ4gEHy32N6lC.jpg)
Operation Ajay: इजरायल से भारतीयों का पहला जत्था शुक्रवार की सुबह चार्टर्ड विमान से नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. (PTI Photo)
Operation Ajay: First batch of Indians return home from Israel: इजरायल में जंग जैसे हालात के बीच फंसे 212 भारतीय नागरिक घर लौट आए हैं. इन सभी लोगों को भारत सरकार के ऑपरेशन अजय के तहत एक चार्टर्ड विमान से शुक्रवार की सुबह दिल्ली लाया गया. लौटने वालों में ज्यादातर भारतीय छात्र हैं. इजरायल में पिछले शनिवार को हमास ने आतंकी हमला किया, जिसके बाद से इजरायल ने फिलिस्तीन के गाज़ा पट्टी इलाके पर लगातार हमले कर रहा है. इस जंग की वजह से पूरे इलाके में मौजूद भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा रहा है. इजरायल में करीब 18 हजार और फिलिस्तीन में 17 भारतीय नागरिक मौजूद हैं. भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए जरूरत पड़ने पर भारतीय नौसेना की मदद भी ली जा सकती है.
केंद्रीय मंत्री ने एयरपोर्ट पर किया स्वागत
इजरायल से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने पर 212 भारतीयों के पहले जत्थे का स्वागत केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया. उन्होंने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया और कुछ लोगों से हाथ मिलाते हुए कहा 'वेलकम होम'. इजरायल में 2019 से रह रहे रिसर्चर शाश्वत सिंह ने अपनी पत्नी के साथ दिल्ली पहुंचने पर पीटीआई को बताया कि वे मध्य इजरायल में रहते हैं. उन्होंने बताया कि एक दिन वे हवाई हमले की सूचना देने वाले सायरन की आवाज सुनकर उठे. उन्हें पता नहीं कि ये संघर्ष क्या रूप लेगा…लेकिन उम्मीद है कि शांति बहाल होगी और वे अपने काम पर वापस लौट सकेंगे.''
VIDEO | "It's pretty and unsettled and it will take some time. The normal life is paused, people are not working on the streets anymore. People are scared and angry at the same time, and on the border, the war is going on," says another Indian who returned to Delhi from Israel… pic.twitter.com/1bSbI25tZq
— Press Trust of India (@PTI_News) October 13, 2023
इजरायल में 18 हजार भारतीय मौजूद
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया था कि इजरायल में फिलहाल करीब 18 हजार भारतीय रह रहे हैं, जबकि वेस्ट बैंक में करीब एक दर्जन और गाजा में तीन से चार भारतीय रह रहे हैं. पश्चिम बंगाल के निवासी और इजरायल के बीरशेबा की ‘बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ द नेगेव’ से पीएचडी कर रहे छात्र सुपर्नो घोष भी विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि इजरायल में उन्हें अस्थायी शिविरों में रहना पड़ रहा था. लेकिन वहां वे सुरक्षित थे.'' एक और भारतीय छात्र दीपक ने बताया कि शनिवार को उन लोगों ने सायरन और हवाई हमलों की आवाजें सुनीं. इस दौरान इजरायली अधिकारी लगातार एहतियात बरतने के लिए दिशा-निर्देश दे रहे थे. लगातार हमले हो रहे थे. दीपक ने कहा कि उन्हें घर वापस आने की खुशी है, लेकिन अब तक इजरायल में फंसे दोस्तों की चिंता भी हो रही है.’’ इजरायल से लौटे भारतीयों के पहले जत्थे में शामिल पश्चिम बंगाल की दुती बनर्जी ने कहा कि वहां हालात काफी खराब और अस्थिर है. सामान्य जीवन मानो ठहर सा गया है. लोग डरे हुए हैं और गुस्से में हैं. उन्हें शिविरों में रहना पड़ रहा है.
11 लाख लोगों को 24 घंटे में गाजा खाली करने का आदेश
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इजरायल की सेना ने गाजा शहर में रहने वाले 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर शहर छोड़ देने का आदेश दिया है. इसे गाजा पट्टी इलाके पर इजरायली सेना के जमीनी हमले का संकेत माना जा रहा है. हालांकि संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा कि इस आदेश पर अमल कर पाना असंभव है और इसके मानवीय रूप से भयानक नतीजे हो सकते हैं.