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दिल्ली में बाढ़ से हाहाकार: पीने की पानी की हो सकती है किल्लत; स्कूल बंद, ऑफिसों में काम ठप, मेट्रो पर भी असर

Delhi Flood: यमुना में तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है.

Delhi Flood: यमुना में तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है.

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FE Hindi Desk
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Flood affected locals shifted in Delhi

Delhi Flood: सुबह 8 बजे नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 208.48 मीटर पर था और अभी भी तेजी से बढ़ रहा है. (Photo-PTI)

Delhi Flood: यमुना में तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. लोगों के घरों और सड़कों पर पानी भर गया है जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यमुना से सटे इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित उन्हें बाहर निकला दिया गया है और सड़क और रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया. राष्ट्रीय राजधानी में पिछले तीन दिनों में यमुना के जल स्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई. सुबह 8 बजे नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 208.48 मीटर पर था और अभी भी तेजी से बढ़ रहा है. यमुना नदी का जलस्तर रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर से बढ़कर सोमवार शाम 5 बजे 205.4 मीटर हो गया था, जो उम्मीद से 18 घंटे पहले खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया. बुधवार को दोपहर 1 बजे तक जल स्तर 207.49 मीटर के पिछले सर्वकालिक रिकॉर्ड और रात 10 बजे तक 208 मीटर के निशान को पार कर गया. दिल्ली में बाढ़ का आलम यह है कि दिल्ली सचिवालय में पानी भर गया. गौरतलब है कि ये वो जगह है मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाह रहते हैं.

कमर्शियल वाहनों की आवाजाही पर रोक?

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दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आज सुबह यमुना में आई बाढ़ को लेकर एडवाइजरी जारी की है. दिल्ली में बाढ़ के कारण कई सड़कें पानी में डूब गई हैं. पुलिस ने एडवाइजरी में कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कमर्शियल वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जाएगा. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण, जीटी रोड पर शाहदरा से आईएसबीटी, कश्मीरी गेट की ओर आने वाले यातायात को सीलमपुर टी-पॉइंट से केशव चौक-कड़कड़डूमा कोर्ट-रोड के माध्यम से डायवर्ट किया गया है.” इस बीच, उपराज्यपाल वी के सक्सेना शहर में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Management Authority) की एक विशेष बैठक करेंगे. न्यूज एजेंसी PTI को कुछ अधिकारियों ने बताया कि डीडीएमए के उपाध्यक्ष मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं इसलिए वो भी इस बैठक में शामिल होंगे.

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से दिल्ली में होगी पानी की कमी 

यमुना में बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 13 जुलाई को तीन जल संयंत्रों वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला को बंद करने की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा कि इससे राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में पानी की समस्या होगी. सीएम केजरीवाल ने वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी दौरा किया, जिसे जल स्तर बढ़ने के कारण फिलहाल बंद कर दिया गया है. सीएम केजरीवाल ने कहा, चूंकि तीन जल संयंत्र बंद हो गए हैं, इससे दिल्ली में 25 फीसदी पानी की आपूर्ति कम हो जाएगी और एक या दो दिन के लिए पानी की कमी हो सकती है. यमुना के उफान पर होने से दिल्ली के कई इलाकों जैसे बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, पुराने रेलवे ब्रिज के पास नीली छत्री मंदिर, यमुना बाजार, गीता घाट, नीम करोली गौशाला आदि जलमग्न हो गए हैं. 

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क्या अब जलस्तर होगा कम?

यमुना के बढ़ते जल स्तर के कारण एहतियात के तौर दिल्ली मेट्रो ने भी कई कदम उठाने हैं. DMRC ने निर्देश दिया है कि यमुना नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही दौड़ेंगी. इस बीच दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के एलजी ने कल बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने कहा कि सभी निचले इलाकों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें तैनात की गई हैं. कल से स्थिति बेहतर होगी." इससे पहले दिन में, सीएम केजरीवाल ने निचले इलाकों के निवासियों से तुरंत अपने घर खाली करने का आग्रह किया. केजरीवाल ने कहा,  "मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील करता हूं कि वे जितनी जल्दी हो सके आवश्यक सामान लेकर अपने घर खाली कर दें." सीएम ने आगे कहा कि मैं लोगों से अनुरोध करना चाहूंगा कि अगर बहुत जरूरी न हो तो बाहर न निकलें और वर्क फ्रॉम होम का सहारा लें. हमने प्रभावित इलाकों में स्कूल बंद कर दिए हैं. हम राहत शिविरों में भी सभी सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश कर रहे हैं... सीडब्ल्यूसी की भविष्यवाणी के अनुसार, यमुना नदी का जल स्तर आज दोपहर 3-4 बजे तक अपने पीक पर होगा और फिर नीचे जाना शुरू हो जाएगा.''

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क्यों आई है यमुना में बाढ़?

यमुना नदी प्रणाली के जलग्रहण क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्से शामिल हैं. उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में ‘भारी से अत्यधिक भारी’ वर्षा दर्ज की गई है. इससे नदियां, नाले उफान पर हैं और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व पंजाब में बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है तथा आवश्यक सेवाएं प्रभावित हुई हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 107 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. आईएमडी ने दिल्ली के कुछ हिस्सों में बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश होने और अगले चार से पांच दिन में रुक-रुक कर बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है.

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