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पिछले साल के मुकाबले झारखंड में धान की बुवाई का रकबा 9.80 लाख हेक्टेयर तक घटा
देश के कुछ राज्यों में बारिश कम होने की वजह से मौजूदा खरीफ सीजन में धान की फसल का रकबा 5.62% की कमी के साथ 383.99 लाख हेक्टेयर तक सीमट गया है. कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक इस सीजन में 129.55 लाख हेक्टेयर के साथ दलहन की बुवाई में भी कमी दर्ज की गई.
पिछले खरीफ सीजन में धान की बुवाई 406.89 लाख हेक्टेयर में की गई थी, जो अब 383.99 लाख हेक्टेयर में रह गई है. खरीफ सीजन में धान को मुख्य फसल माना जाता है. देश भर में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ यानी जून महीने के दौरान धान की बुवाई शुरू हो जाती है और अक्टूबर से इस फसल की कटाई की जाती है.
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देश भर में धान के रकबे की स्थिति
आंकड़ों की माने तो मौजूदा खरीफ सीजन में धान की बुवाई का रकबा पिछले साल के मुकाबले झारखंड में 9.80 लाख हेक्टेयर घटा है, जबकि छत्तीसगढ़ में 3.91 लाख हेक्टेयर, एमपी में 6.32 लाख हेक्टेयर, बंगाल में 4.45 लाख हेक्टेयर, यूपी में 2.61 लाख हेक्टेयर और बिहार में धान बुवाई का रकबा 2.18 लाख हेक्टेयर कम हुआ है. इसके साथ ही ओडिशा में 84,000 हेक्टेयर, आंध्र प्रदेश में 31,000 हेक्टेयर, असम में 29,000 हेक्टेयर, मेघालय में 21,000 हेक्टेयर, पंजाब में 12,000 हेक्टेयर, जम्मू-कश्मीर में 5,000 हेक्टेयर, मिजोरम में 3,000 हेक्टेयर, सिक्किम में 2,000 हेक्टेयर और त्रिपुरा में 1,000 हेक्टेयर में धान के रकबे में कमी आई है.
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दलहन
मौजूदा खरीफ सीजन में धान के साथ ही दलहन के बुवाई रकबे में कमी आई है. इस साल दलहन की बुवाई का रकबा 129.55 लाख हेक्टेयर रह गया है, जबकि पिछले खरीफ सीजन में दलहन का रकबा 135.46 लाख हेक्टेयर में था. पिछले साल 47.56 लाख हेक्टेयर में रहने वाला अरहर दलहन का रकबा इस साल 44.86 लाख हेक्टेयर में रह गया है, जबकि 38.18 लाख हेक्टेयर में रहने वाले उड़द दाल के रकबा 36.62 लाख हेक्टेयर में सीमट गया है. साथ ही इस साल तिलहन के बुवाई रकबे में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई.
हालांकि गन्ने और मोटे अनाज के बुवाई रकबे में इजाफा दर्ज किया गया