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अरविंद केजरीवाल ने एलान किया कि ब्रिटेन से राजधानी में आने वाले मुसाफिरों को सात दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन और सात दिन के होम क्वारंटीन में जाना होगा. (File Pic)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एलान किया कि ब्रिटेन से राजधानी में आने वाले मुसाफिरों को सात दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन और सात दिन के होम क्वारंटीन में जाना होगा. यह उस स्थिति में भी होगा, जब वे आने पर कोविड-19 के लिए नेगिटिव पाए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले लोगों को ब्रिटेन से आने वाले वायरस से सुरक्षा देने के लिए, दिल्ली सरकार ने महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन से आने वाले मुसाफिरों को एयरपोर्ट पर आगमन पर अनिवार्य तौर पर खुद भुगतान करके RT-PCR टेस्ट कराना होगा.
पॉजिटिव लोगों को आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जाएगा
केजरीवाल ने कहा कि ब्रिटेन से आने वाले सभी पॉजिटिव लोगों को एक आइसोलेशन फैसिलिटी में आइसोलेट किया जाएगा. नेगेटिव टेस्ट वाले लोगों को सात दिनों के लिए एक क्वारंटीन फैसिलिटी में ले जाया जाएगा, जिसके बाद सात दिनों का होम क्वारंटीन होगा.
केजरीवाल ने गुरुवार को केंद्र से ब्रिटेन से आने और ब्रिटेन जाने वाली उड़ानों के निलंबन को बढ़ाने की अपील की थी. क्योंकि देश अब कोरोना वायरस के वेरिएंट स्ट्रेन से लड़ रहा है, जिसे सबसे पहले वहां पाया गया था. 23 दिसंबर को केंद्र सरकार ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया था. इसके साथ वहां से आने वाले सभी मुसाफिरों को एयरपोर्ट आगमन पर टेस्ट कराने का फैसला किया गया था. बाद में, ब्रिटेन-भारत के बीच उड़ानों का निलंबन बढ़ाकर 8 जनवरी तक कर दिया गया था.
COVID का नया प्रकार 70% ज्यादा खतरनाक
ब्रिटेन की राजधानी लंदन समेत पूर्वी इंग्लैंड में अलग तरह का कोरोना वायरस (स्ट्रेन) तेजी से फैल रहा है. भारत के केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर सरकार पूरी तरह से अलर्ट है और इसे लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. हमारे देश के वैज्ञानिक इस कोरोना के नए स्ट्रेन के डेवलपमेंट पर नजर बनाए हुए हैं. ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा है कि ऐसा लग रहा है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, जो पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है.