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पिछले आठ वर्षों में डीजल पर ड्यूटी 531 फीसदी यानी 18.34 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 203 फीसदी यानी 18.70 रुपये बढ़ी है. (File Photo)
How Much Tax on Petrol-Diesel : आम आदमी पर महंगाई का दबाव बढ़ता जा रहा है. 137 दिनों की राहत के बाद तेल के दाम जो बढ़ना शुरू हुए तो अभी तक इस पर लगाम नहीं लग सकी है. पिछले दस दिनों में 9 बार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं और इन 9 बार में राजधानी दिल्ली में तेल 6 रुपये से अधिक महंगा हो चुका है. खास बात यह है कि हम जिस भाव पर तेल खरीदते हैं, उसमें से 46 फीसदी तक टैक्स होता है. मोदी सरकार में तेल पर टैक्स कई गुना बढ़ा है. हालांकि केंद्रीय टैक्स एक्साइज ड्यूटी के अलावा राज्य भी इस पर वैट के रूप में टैक्स वसूलती है जिससे अलग-अलग राज्यों में तेल के दाम में अंतर पड़ जाता है.
टैक्स का कितना बोझ आपकी जेब पर पड़ता है, इसे ऐसे समझ सकते हैं कि दिल्ली में प्रति लीटर पेट्रोल पर 43.40 रुपये टैक्स चुकाना होता है जिसमें 27.90 रुपये एक्साइज ड्यूटी है और 15.50 रुपये वैट (डीलर कमीशन पर वैट शामिल) है. वहीं डीजल की बात करें तो प्रति लीटर हमें 21.80 रुपये एक्साइज ड्यूटी और 12.68 रुपये वैट (डीलर कमीशन पर वैट शामिल) चुकाना होता है. टैक्स का यह हिसाब-किताब 16 मार्च 2022 के तेल के भाव के हिसाब से है. नीचे एक लीटर तेल का ब्रेकअप दिया जा रहा है कि किस मद में कितना पैसा जा रहा है-
मोदी सरकार में कितनी बढ़ी एक्साइज ड्यूटी?
जब 2014 में केंद्र में पहली बार मोदी सरकार बनी तो उस समय पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.20 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.46 रुपये प्रति लीटर थी. पिछले आठ वर्षों में डीजल पर ड्यूटी 531 फीसदी यानी 18.34 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 203 फीसदी यानी 18.70 रुपये बढ़ी है. तेल के भाव आठ वर्षों के दौरान लगातार एक ही रफ्तार से नहीं बढ़े. पिछले दो वर्षों में इसमें अधिक तेज उछाल रही है. 22 मार्च 2020 को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 69.59 रुपये और डीजल 62.29 रुपये का था. जबकि 31 मार्च 2022 को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल का भाव 101.81 रुपये और डीज़ल का 93.07 रुपये हो गया. यानी इन दो वर्षों में ही पेट्रोल 32.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 30.78 रुपये महंगा हो गया.
राज्यों की क्या है स्थिति
तेल की कीमत में केंद्र सरकार एक्साइज के रूप में टैक्स वसूलती है, तो राज्य सरकारें वैट और कुछ अन्य करों के जरिए. अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीज़ल पर वसूला जाने वाला टैक्स अलग-अलग है. पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल के आंकड़ों के मुताबिक लक्षद्वीप में पेट्रोल और डीजल पर कोई स्टेट टैक्स नहीं है, जबकि अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 1-1 फीसदी स्टेट टैक्स/वैट लिया जाता है. देश में पेट्रोल पर सबसे अधिक 35.20 फीसदी वैट तेलंगाना में लिया जाता है. डीजल पर भी सबसे अधिक 27 फीसदी वैट तेलंगाना में ही लगता है. महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल और बिहार में पेट्रोल की रिटेल कीमत में करीब आधी रकम टैक्स की होती है. तीन राज्यों - महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तो स्टेट टैक्स (वैट, सेस इत्यादि) केंद्रीय एक्साइज से भी अधिक हैं.
महाराष्ट्र में पेट्रोल पर मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, अमरावती और औरंगाबाद में पेट्रोल पर 26 फीसदी वैट के अलावा प्रति लीटर 10.12 रुपये एडीशनल टैक्स और डीजल पर 24 फीसदी वैट के अलावा 3 रुपये प्रति लीटर एडीशनल टैक्स लिया जाता है. महाराष्ट्र के बाकी इलाकों में पेट्रोल पर वैट की दर 25 फीसदी और डीजल पर 21 फीसदी है. उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पेट्रोल पर वैट की दर 19.36 फीसदी है लेकिन इसमें और 14.85 रुपये प्रति लीटर में जो अधिक हो वह चुकाना होता है. डीजल पर टैक्स 17.08 फीसदी या 10.41 रुपये प्रति लीटर में जो अधिक हो, उतना देना होता है.
प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने शुरू किया 'महंगाई मुक्त भारत' अभियान
आम आदमी पर महंगाई की मार को लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने गुरुवार को 'महंगाई मुक्त भारत' अभियान शुरू किया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में पार्टी ने विजय चौक पर धरना दिया. राहुल गांधी ने पड़ोसी देशों में तेल के भाव से तुलना करके मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा है, "प्रश्न न पूछो ‘फकीर’ से, कैमरा पर बाँटे ज्ञान, जुमलों से भरा झोला लेकर, लूटे हिंदुस्तान."
Petrol Rate in Indian Rupees (₹)
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 31, 2022
Afghanistan: 66.99
Pakistan: 62.38
Sri Lanka: 72.96
Bangladesh: 78.53
Bhutan: 86.28
Nepal: 97.05
India: 101.81
प्रश्न न पूछो ‘फ़क़ीर’ से, कैमरा पर बाँटे ज्ञान।
जुमलों से भरा झोला लेकर, लूटे हिंदुस्तान॥#MehangaiMuktBharat
इस बीच, एक पत्रकार ने जब योग गुरु बाबा रामदेव से जब पेट्रोल डीज़ल पर सवाल पूछा किया तो वे भड़क उठे और लोगों को अधिक मेहनत करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि सरकार देश की तरक्की के लिए टैक्स बढ़ा रही है. यूपीए सरकार के कार्यकाल में बाबा रामदेव अक्सर पेट्रोल-डीज़ल की ऊंची दरों पर निशाना साधते थे. वे तब कहते थे कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी सरकार बनी तो देश में पेट्रोल 35-40 रुपये लीटर मिलने लगेगा. लेकिन अब इस बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने पत्रकार को जुबान बंद रखने के लिए धमकाया.