/financial-express-hindi/media/post_banners/C6PtG28fYAYRL98bZ6G3.jpg)
आरबीआी के हालिया एलान के बाद पेट्रोल पंप पर 2000 रुपये के नोटों का तादाद बढ़ गई है. (Representational image, Express photo)
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई द्वारा पिछले हफ्ते 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने के एलान के बाद से पेट्रोल पंप पर इन नोटों की भरमार लगनी शुरू हो गई है. दरअसल देश के कई हिस्सों में जिन वाहनों मालिकों के पास 2000 रुपये के नोट उपलब्ध हैं वे पेट्रोल-डीजल जैसे फ्यूल खरीदने के लिए इन नोटों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. इस तरह के चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए पट्रोल पंप संचालको ने KYC मांगना शुरू कर दिया है. ऐसे में वाहन मालिकों को आईडी प्रूफ जमाकर पेट्रोल-डीजल लेनी पड़ रही है.
2000 रुपये नोट के साथ आईडी प्रूफ देने पर मिल रहा पेट्रोल-डीजल
हाल ही में गुजरात के राजकोट जिले से ऐसा ही मामला सामने आया है. राजकोट के पेट्रोल डीजल डीलर्स एसोसिएशन ने अपने सदस्यों को वाहन मालिकों से आईडी कार्ड मांगने की नसीहत दी है. एसोसिएशन ने किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए एहतियात के तौर पर 2000 रुपये के नोट से पेट्रोल डीजल खरीदने वाले ग्राहकों से आईडी प्रूफ की डिमांड करने की सलाह दी है.
FGPDA ने कानून का पालन करने की बात कही
राजकोट के एक पेट्रोल पंप पर 2000 रुपये के नोट को लेकर एक स्टिकर भी चिपकाए जाने की खबर सामने आई है. स्टिकर में लिखा है कि इस पेट्रोल पंप पर 2000 रुपये से कम के पेट्रोल-डीजल खरीदने वाले ग्राहकों से 2000 रुपये के नोट स्वीकार नहीं किए जाने की बात कही गई है. फेडरेशन ऑफ गुजरात पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (FGPDA) ने स्पष्ट किया है कि उसके सदस्य 2000 रुपये के नोट स्वीकार करना जारी रखेंगे. एफजीपीडीए के अध्यक्ष अरविंद ठक्कर ने एक बयान में कहा कि अगर कोई ग्राहक गुजरात में किसी भी पेट्रोल पंप पर जाता है और पेट्रोल, डीजल, स्नेहक तेल या सीएनजी खरीदने के लिए 2000 रुपये का नोट देता है, तो उसे स्वीकार किया जाएगा.रविंद ठक्कर ने कहा कि हम कानून का पालन करेंगे.