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कच्चे तेल की कीमतों को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं: धर्मेंद्र प्रधान

प्रधान ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है.

प्रधान ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है.

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PTI
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petroleum minister speaks on crude oil price rise says no need to panic

प्रधान ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है.

petroleum minister speaks on crude oil price rise says no need to panic प्रधान ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है.

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कोलकाता में सीआईआई के एक कार्यक्रम से इतर कहा कि सरकार ने प्रतीक्षा करो और नजर रखो का रुख अपनाया है. उनके मुताबिक, फिलहाल घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक कारणों से फारस की खाड़ी वाले इलाके में तनाव है.

वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कमी नहीं: प्रधान

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प्रधान ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है. इसके आगे उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में कुछ तेजी आई है, लेकिन पिछले दो दिनों में इसका दाम घटा भी है.

बता दें कि इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों पर ईरान के द्वारा मिसाइल हमले करने के बाद कच्चा तेल तीन महीने के उच्च स्तर 72 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था, हालांकि ईरान द्वारा सीमित कार्रवाई भर करने की खबरें आने के बाद इसमें धीरे-धीरे नरमी आने लगी है. ईरान की सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी कासिम सुलेमानी की अमेरिका के ड्रोन हमले में पिछले सप्ताह मौत हो गई थी. ईरान से इसके बदले में कार्रवाई करते हुए मिसाइल हमला किया था.

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प्रधान ने इस्पात में निवेश बढ़ने की भी कही बात

इसके अलावा पेट्रोलियम एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस्पात मंत्रालय देश के पूर्वी क्षेत्र में इस्पात उद्योग से जुड़ी परियोजनाओं में कुल मिला कर 70 अरब डॉलर के निवेश की संभावनाएं देख रहा है. उनकी राय में ये परियोजनाएं क्षेत्र में विकास की गति तेज करेंगी. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तरी आंध प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के पिछड़े जिलों के विकास के लिये इन इलाकों में इस्पात उद्योग की परियोजनाओं का बड़ा योगदान हो सकता है.

Dharmendra Pradhan