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Budget Expectations 2022: फार्मा इंडस्ट्री को हेल्थकेयर सेक्टर के बजट आवंटन में बढ़ोतरी की उम्मीद, बिजनेस आसान बनाने के लिए प्रक्रियाओं को सरल करने की मांग

Budget Expectations 2022: कोरोना महामारी के इस दौर में फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को उम्मीद है कि इस बजट में हेल्थ केयर सेक्टर के लिए कुल फंड आवंटन में बढ़ोतरी की जाएगी.

Budget Expectations 2022: कोरोना महामारी के इस दौर में फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को उम्मीद है कि इस बजट में हेल्थ केयर सेक्टर के लिए कुल फंड आवंटन में बढ़ोतरी की जाएगी.

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PTI
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Pharma industry seeks enhanced funds for healthcare sector, ease of doing biz in Budget

वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट को लेकर डोमेस्टिक फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को भी कई उम्मीदें हैं.

Budget Expectations 2022: वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट को लेकर डोमेस्टिक फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को कई उम्मीदें हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को उम्मीद है कि इस बजट में हेल्थ केयर सेक्टर के लिए कुल फंड आवंटन में बढ़ोतरी की जाएगी. इसके साथ ही, आगामी केंद्रीय बजट में R&D एक्टिविटीज को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों और अलग-अलग दवाओं पर कर रियायतों को जारी रखने पर भी ध्यान दिए जाने की उम्मीद है. इंडस्ट्री ने प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों के लिए व्यवसाय को आसान बनाने के लिए प्रक्रियाओं को सरल करने की भी मांग की है.

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2.5-3 प्रतिशत तक बजट आवंटन की मांग

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ऑर्गनाइजेशन ऑफ फार्मास्युटिकल प्रोड्यूसर्स ऑफ इंडिया (OPPI) के अध्यक्ष एस श्रीधर ने कहा, "नेशनल हेल्थ पॉलिसी 2017 के अनुसार, हेल्थकेयर सेक्टर के लिए आवंटन को जीडीपी के मौजूदा 1.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 2.5-3 प्रतिशत तक किया जाना चाहिए. इसके साथ ही, बायो-फार्मास्युटिकल सेक्टर R&D के लिए एक अलग आवंटन अनिवार्य है." उन्होंने आगे कहा, इंडस्ट्री ने पिछले एक साल में महत्वपूर्ण तेजी देखी है. विशेष रूप से COVID-19 टीकों और दवाओं तक लोगों की पहुंच सुनिश्चित करने में अच्छा काम हुआ है. इस साल का बजट सेक्टोरल ग्रोथ में तेजी लाने के लिए और न केवल कोविड के लिए बल्कि अलग-अलग बीमारियों में इनोवेटिव हेल्थ सॉल्यूशंस तक पहुंच के लिए महत्वपूर्ण होगा.

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बजट से है ये उम्मीदें

  • श्रीधर ने कहा कि सरकार को दवाओं के लिए मौजूदा कस्टम ड्यूटी रियायतों को जारी रखना चाहिए क्योंकि मौजूदा समय में इसे बंद करने से लोगों की सस्ती कीमत पर ऐसी दवाओं तक पहुंच प्रभावित होगी.
  • इंडियन फार्मास्युटिकल एलायंस (आईपीए) के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा, “फार्मा सेक्टर में कंपनियों के लिए प्रक्रिया को आसाना बनाए जाने की जरूरत है, ताकि व्यापार करने में आसानी हो. स्पेसिफिक प्रोविजन्स के ज़रिए निवेश को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इस तरह फार्मा इंडस्ट्री का लॉन्ग टर्म ग्रोथ सुनिश्चित हो सकेगा.”
  • उन्होंने कहा, "इससे मरीजों की जरूरतों को किफायती तरीके से पूरा करने में मदद मिलेगी. हम उस बजट का इंतजार कर रहे हैं जो इनोवेशन को बढ़ावा देने और मेक इन इंडिया से डिस्कवर और मेक इन इंडिया तक भारतीय फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में मदद करेगा."
  • हेल्थकेयर इंडस्ट्री बॉडी NATHEALTH ने कहा कि COVID-19 महामारी के बीच, टेलीमेडिसिन, होम और सीनियर केयर जैसी ढांचागत चीजों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, ताकि लोग गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक समान रूप से पहुंच सकें. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2022 पेश करेंगी.
Budget 2022 Pharmaceutical