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मप्र के किसानों को संबोधित कर रहे पीएम मोदी, कहा- कृषि कानून पास होने के 7 महीने बाद सिर्फ राजनीति के लिए हो रहा विरोध

पीएम मोदी ने कहा कि कृषि कानूनों को रातोंरात नहीं लाया गया है बल्कि इन सुधारों को लेकर पिछले 20-30 वर्षों से केंद्र और राज्य सरकारें इस पर लंबी चर्चा कर चुकी हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि कृषि कानूनों को रातोंरात नहीं लाया गया है बल्कि इन सुधारों को लेकर पिछले 20-30 वर्षों से केंद्र और राज्य सरकारें इस पर लंबी चर्चा कर चुकी हैं.

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रायसेन में आयोजित किसान कल्याण इवेंट में पीएम मोदी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश में किसान कल्याण इवेंट में किसानों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलनों को लेकर विपक्षी राजनीतिक पार्टियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कृषि कानून रातों रात नहीं तैयार हुआ है और इसे पास हुए भी 6-7 महीने हो चुके हैं, ऐसे में 6-7 महीने बाद एकाएक विरोध महज राजनीतिक फायदे के लिए विरोध किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने हाथ जोड़कर विपक्षी पार्टियों से अपील की कि वे क्रेडिट ले सकते हैं लेकिन किसानों की जिंदगी में बदलाव आने दें.

कृषि कानून पास होने के 6-7 माह बाद विरोध: मोदी

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर जो लोग आंदोलन चला रहे हैं, उन्होंने सत्ता में रहते हुए क्या किया, यह देश को याद करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे विपक्षी पार्टियों के सभी कर्मों को देशवासियों और किसानों के सामने ला रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां किसानों को गुमराह करना बंद करे. कृषि कानूनों को पास हुए 6-7 महीने बीत चुके हैं और अब एकाएक झूठ के सहारे अपनी राजनीतिक जमीन बनाने के लिए इतना बड़ा खेल खेला जा रहा है.

एमएसपी को लेकर सरकार गंभीर

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) हटाना होता तो वे स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट क्यों लागू करते. हमारी सरकार एमएसपी को लेकर गंभीर है, इसलिए हर साल बुवाई से पहले ही इसकी घोषणा कर दी जाती है. इससे किसानों को कैलकुलेशन करने में आसानी होती है. स्वामीनाथन कमीशन रिपोर्ट के रिकमंडेशन को विपक्षी पार्टियों ने लगातार 8 साल तक दबाए रखा. विपक्षी सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि किसानों पर अधिक खर्च न करना पड़े, इसलिए रिपोर्ट को बंद रखा गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने डेटा भी दिया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में गेहूं की एमएसपी 1400 रुपये प्रति कुंतल थी जो अब बढ़ाकर 1975 कर दी गई है. इसके अलावा धान की एमएसपी 1310 रुपये प्रति कुंतल से बढ़ाकर 1870 रुपये प्रति कुंतल कर दी गई है. इसी प्रकार दलहनों की बढ़ी हुई एमएसपी का उदाहरण देकर कहा कि उनकी सरकार एमएसपी को लेकर गंभीर है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जा रहे हैं. इससे पहले यह सभी किसानों के

लिए उपलब्ध नहीं थे लेकिन हमने इसे अब देश भर के किसानों के लिए उपलब्ध करा दिया है.

पीएम ने कहा कि जल्दबाजी में नहीं आया है कानून

पीएम मोदी ने कहा कि वे हाथ जोड़कर सभी सभी राजनीतिक पार्टियों से क्रेडिट अपने पास रखने की अपील करते हैं और चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों का क्रेडिट आपको देता हूं. मुझे बस किसानों की जिंदगी आसान बनानी है और मैं उनकी उन्नति चाहता हूं और कृषि में आधुनिकता लाना चाहता हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि कृषि कानूनों को रातोंरात नहीं लाया गया है बल्कि इन सुधारों को लेकर पिछले 20-30 वर्षों से केंद्र और राज्य सरकारें इस पर लंबी चर्चा कर चुकी हैं. कृषि विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री और प्रगतिशील किसान इन सुधारों की मांग कर रहे हैं.

मप्र के मुख्यमंत्री ने साधा कांग्रेस पर निशाना

पीएम मोदी से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को संबोधित किया था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों की आमदनी दोगुनी करना चाहते हैं और मंडी बंद नहीं की जाएगी. उन्होंने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह घड़ियाली आंसू बहा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री औक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कर्ज माफी के फर्जी प्रमाण पत्र बांटे थे.

Shivraj Singh Chouhan Narendra Modi