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पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे भारत के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनके सहारे व उन्हें सुरक्षित करने के लिए सब कुछ किया जाएगा.
PM-CARES for Children Scheme: कोरोना के चलते देश भर में अब तक 3 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं. इनमें से कितने लोग ऐसे हैं, जिनके गुजरने के बाद उनके बच्चों की देखभाल मुश्किल हो गई है. अपने दूसरे कार्यकाल की दूसरी वर्षगांठ पर अब ऐसे लोगों के लिए पीएम मोदी ने खास एलान किया है. पीएम मोदी ने आज कहा है कि जिन बच्चों ने कोरोना के चलते अपने माता-पिता या अपने अभिभावकों को खोया है, उन्हें पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के तहत सहारा दिया जाएगा. ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र का होने पर हर महीने स्टाइपेंड दिया जाएगा. इसके अलावा 23 साल की उम्र का होने पर उन्हें पीएम केयर्स से 10 लाख रुपये का फंड दिया जाएगा. यह जानकारी पीएमओ के हवाले से सामने आई है.
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे भारत के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनके सहारे व उन्हें सुरक्षित करने के लिए सब कुछ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक समाज के रूप पर यह सभी का कर्तव्य है कि अपने बच्चों की देखभाल करें. इस हफ्ते की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जानकारी दी थी कि देश भर में कोरोना के चलते 577 बच्चे अनाथ हुए हैं. उन्होंने यह जानकारी 1 अप्रैल से 25 मई के बीच राज्यों व यूनियन टेरीटरीज द्वारा उपलब्ध रिपोर्ट्स के आधार पर दी.
PM Modi ने किए ये ऐलान
- कोरोना के चलते जिन बच्चों ने अपने माता-पिता या अभिभावकिों को खोया है, उन्हें पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के तहत सहारा दिया जाएगा.
- ऐसे बच्चों के नाम पर एक फिक्स्ड डिपॉजिट खोला जाएगा और पीएम केयर्स फंड इसमें योगदान करेगा ताकि बच्चों के 18 वर्ष का होने पर इसमें 10 लाख की राशि एकत्र हो जाए.
- 18 साल का होने पर इस फंड में जमा राशि से उन्हें हर महीने पांच साल तक एक राशि मिलेगी और 23 वर्ष का हो जाने पर यह पूरी राशि एकमुश्त उन्हें मिल जाएगी जिका इस्तेमाल वे उच्च शिक्षा के दौरान अपनी व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जरूरतों के लिए कर सकेंगे.
- कोरोना के चलते अपने मां-बाप को खोने वाले बच्चों को सरकार मुफ्त शिक्षा सुनिश्चित करेगी.
- 10 साल से कम उम्र के बच्चों को नजदीकी केंद्रीय विद्यालयों या निजी स्कूलों में डे स्कॉलर के रूप में प्रवेश दिलाया जाएगा.
- 11-18 वर्ष के बच्चों को सैनिक स्कूल या नवोदय विद्यालय जैसे सेंट्रल गवर्नमेंट रेजिडेंसियल स्कूल में एडमिशन दिया जाएगा.
अगर बच्चा किसी अभिभावक या एक्टेंडेड फैमिली की देखभाल में रहता है तो तो उसे नजदीकी केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में डे स्कॉलर के रूप में भर्ती किया जाएगा.
- प्राइवेट स्कूल में भर्ती किए जाने पर बच्चे की फीस, यूनीफॉर्म, टेक्स्ट बुक्स और नोटबुक्स के लिए पीएम केयर्स फंड से भुगतान किया जाएगा.
- उच्च शिक्षा के कर्ज के लिए ऐसे बच्चों का सहयोग किया जाएगा और इसका जो ब्याज होगा, उसकी अदायगी पीएम केयर्स फंड से की जाएगी.
- सभी बच्चों को आयुष्मान भारत स्कीम या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाया जाएगा. 18 साल की उम्र तक ऐसे बच्चों का 5 लाख रुपये का फ्री हेल्थ इंश्योरेंस होगा. इस इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान भी पीएम केयर्स फंड से किया जाएगा.
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