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PM Modi on sanatan controversy : पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में आयोजित सरकारी कार्यक्रम के दौरान 'सनातन' के मुद्दे पर पहली बार सार्वजनिक मंच से विपक्षी दलों पर निशाना साधा. (Photo: ANI)
PM Modi attacks 'INDIA' bloc over sanatan controversy in Madhya Pradesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'सनातन धर्म' से जुड़े डीएमके नेताओं के बयानों पर पहली बार सार्वजनिक मंच से तीखा हमला किया है. मध्य प्रदेश के बीना में आयोजित सभा में पीएम मोदी करीब 7 मिनट तक लगातार इसी मुद्दे पर बोलते रहे. इस दौरान उन्होंने डीएमके नेताओं के 'सनातन विरोधी' बयानों को विपक्षी दलों के गठबंधन का गुप्त एजेंडा बताते हुए कहा कि वे सनातन संस्कृति को खत्म करके देश को फिर से एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं. बीना में 50 हजार करोड़ से ज्यादा लागत वाली सरकारी योजनाएं लॉन्च करने के मौके पर आयोजित सरकारी कार्यक्रम में पीएम मोदी पूरे चुनावी अंदाज में नजर आए.
विपक्षी गठबंधन को कभी 'घमंडिया' तो कभी 'इंडी-अलायंस' बताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में देश के प्रमुख विपक्षी दलों के गठबंधन 'INDIA' को कभी 'घमंडिया' तो कभी 'इंडी-अलायंस' बताते हुए निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक तरफ तो दुनिया के मंचों पर हमारा भारत 'विश्वमित्र' के रूप में सामने आ रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे दल हैं, जो देश को, समाज को विभाजित करने में जुटे हैं. मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों ने मिलकर एक 'इंडी अलायंस' बनाया है, जिसे कुछ लोग 'घमंडिया गठबंधन' भी कहते हैं.
सनातन को खत्म करना 'इंडी-अलायंस' का हिडेन एजेंडा : मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि इस 'घमंडिया गठबंधन' का नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है, लेकिन इन्होंने पिछले दिनों मुंबई की मीटिंग में… अपना एक हिडेन एजेंडा भी तय कर लिया है…और ये नीति-रणनीति क्या है? ये इंडी-अलायंस की नीति है, ये घमंडिया गठबंधन की नीति है- भारत की संस्कृति पर हमला करने की. इंडी अलायंस का निर्णय है भारतीयों की आस्था पर हमला करो. इंडी अलायंस, घमंडिया गठबंधन की नीयत है, भारत को जिन विचारों, जिन संस्कारों ने, जिन परंपराओं ने हजारों वर्षों से जोड़ा है, उसे तबाह कर दो…ये घमंडिया गठबंधन, ये इंडी अलायंस सनातन संस्कारों को, सनातन परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं."
जिस सनातन संस्कृति ने हजारों वर्षों से भारत को जोड़े रखा है, उसे कुछ लोग मिलकर खंड-खंड करना चाहते हैं। देश के कोने-कोने में हर सनातनी को इनसे सतर्क रहना है। pic.twitter.com/OIfOMjy3P1
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2023
गांधी जी ने जीवन भर सनातन को माना : मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन परंपरा को महात्मा गांधी समेत देश के तमाम महापुरुषों से जोड़ते हुए कहा, "जिस सनातन को गांधी जी ने जीवन भर माना, जिन भगवान श्रीराम ने उनको जीवन भर प्रेरणा दी, उनके आखिरी शब्द बने हे राम, जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया, ये इंडी गठबंधन के लोग, ये घमंडिया गठबंधन के लोग, उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं." पीएम मोदी ने कहा कि जिस सनातन ने रानी लक्ष्मीबाई, स्वामी विवेकानंद, लोकमान्य तिलक से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन के तमाम शहीदों को शख्सियतों को प्रेरणा दी, आज उसी सनातन को ये इंडी गठबंधन तहस-नहस करना चाहता है. पीएम मोदी ने कहा कि सनातन संस्कृति संत रविदास का प्रतिबिंब है, माता शबरी की पहचान है, महर्षि वाल्मीकि का आधार है, जिस सनातन ने हजारों वर्षों से भारत को जोड़े रखा है, ये लोग मिलकर अब उस सनातन को खंड-खंड करना चाहते हैं."
हर सनातनी को सतर्क रहने की जरूरत : मोदी
पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर हमला करते हुए कहा, "आज इन लोगों ने खुलकर बोलना शुरू किया है. खुलकर हमला करना शुरू किया है. कल ये लोग हम पर होने वाले हमले और बढ़ाने वाले हैं. देश के कोने-कोने में हर सनातनी को, इस देश को प्यार करने वाले को, हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है. सनातन को मिटाकर ये देश को फिर एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं. लेकिन हमें मिलकर ऐसी ताकतों को रोकना है. हमारी संगठन की शक्ति से, हमारी एकजुटता से उनके मंसूबों को नाकाम करना है."
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क्या है पूरा विवाद?
तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके के कई नेता सनातन धर्म के बारे में विवादित बयान दे चुके हैं, जिनमें राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि भी शामिल हैं. 26 से ज्यादा विपक्षी दलों को मिलाकर बने इंडिया अलायंस में डीएमके भी शामिल है. यही वजह है कि डीएमके नेताओं के विवादित बयानों पर बीजेपी पूरे विपक्षी गठबंधन को कटघरे में खड़ा कर रही है. उधर, डीएमके के कुछ नेता कह रहे हैं कि उनके बयान असल में जातिवादी व्यवस्था और उससे जुड़े भेदभाव के खिलाफ हैं, जिन्हें गलत ढंग से पेश किया जा रहा है. लेकिन दूसरी तरफ डीएमके नेताओं के विवादित बयानों का सिलसिला रुक नहीं रहा है. यही वजह है कि यह विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. पीएम मोदी के मध्य प्रदेश में दिए भाषण से साफ है कि आने वाले दिनों में बीजेपी इसे विपक्षी गठबंधन के खिलाफ सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बना सकती है.