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PM Modi’s state visit to US: प्रधानमंत्री मोदी की इस अमेरिका यात्रा को 'स्टेट विजिट' का दर्जा दिया गया है. डॉ मनमोहन सिंह के बाद यह सम्मान पाने वाले वे देश के दूसरे प्रधानमंत्री हैं. (File Photo : AP)
PM Modi’s first state visit to US: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. वैसे तो भारतीय प्रधानमंत्री अपने 9 साल के कार्यकाल के दौरान पहले भी कई बार अमेरिका की यात्राएं कर चुके हैं, लेकिन मौजूदा दौरे को उनकी पहली ‘ऑफिशियल स्टेट विजिट’ कहा जा रहा है. कई लोगों के मन में यह सवाल उठ सकता है कि जब पीएम मोदी प्रधानमंत्री की हैसियत से पहले भी कई बार अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं, तो उनकी इस यात्रा को पहली ‘ऑफिशियल स्टेट विजिट’ कहे जाने का मतलब क्या है? आइए समझते हैं कि उनकी पिछली यात्राओं से किस मायने में अलग है ये दौरा.
'स्टेट विजिट' पर जाने वाले दूसरे भारतीय प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की “स्टेट विजिट” पर जाने वाले भारत के दूसरे प्रधानमंत्री और तीसरे नेता होंगे. इससे पहले 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 23 से 25 नवंबर की यात्रा को अमेरिका ने “ऑफिशियल स्टेट विजिट” का दर्जा दिया था. वे यह सम्मान पाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री थे.
1949 में अमेरिकी 'राष्ट्रपति के मेहमान' थे पंडित नेहरू
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक 1949 में भारतीय प्रधानमंत्री के तौर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू की पहली अमेरिका यात्रा के दौरान उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति के मेहमान (Guest of the President) का दर्जा दिया गया था. उसके बाद किसी भी भारतीय नेता की यात्रा को इस श्रेणी में नहीं रखा गया है.
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1963 में हुई थी डॉ राधाकृष्णन की ‘स्टेट विजिट’
इससे पहले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 3 से 5 जून 1963 की अमेरिका यात्रा को “स्टेट विजिट” का दर्जा दिया गया था, लेकिन तब वे भारत के राष्ट्रपति थे, प्रधानमंत्री नहीं. दरअसल, अमेरिका में आमतौर पर ‘स्टेट विजिट’ का दर्जा ‘हेड ऑफ स्टेट’ यानी राष्ट्र-प्रमुख को देने का रिवाज रहा है, जो भारत में राष्ट्रपति होते हैं. प्रधानमंत्री ‘हेड ऑफ गवर्नमेंट’ यानी सरकार के प्रमुख होते हैं. शायद यही वजह रही कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी तक तमाम भारतीय प्रधानमंत्रियों की अमेरिका यात्राएं “ऑफिशियल विजिट” ही मानी जाती रहीं. हेड ऑफ गवर्नमेंट यानी सरकार के मुखिया के तौर पर अमेरिका की ‘ऑफिशियल स्टेट विजिट’ पर जाने वाले पहले भारतीय नेता तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ही थे. उनके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सम्मान दिया जा रहा है.
'स्टेट विजिट' और 'ऑफिशियल विजिट' में क्या फर्क है?
ऑफिशियल विजिट की तुलना में स्टेट विजिट में ज्यादा भव्य और औपचारिक होती है. इस दौरान बहुत सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें व्हाइट हाउस में मेहमान नेता के सम्मान में दिया जाने वाला ‘स्टेट डिनर’ भी शामिल है. इस डिनर को खुद अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी यानी फर्स्ट लेडी होस्ट करते हैं. अमेरिका के सबसे करीबी मित्र देशों के नेताओं को ही स्टेट विजिट पर आमंत्रित किया जाता है. इसे कूटनीतिक रूप से सबसे ऊंचे स्तर का दौरा माना जाता है, जो चुनिंदा नेताओं के लिए ही आयोजित किया जाता है. विदेशी नेताओं के बाकी दौरों को “ऑफिशियल विजिट” “ऑफिशियल वर्किंग विजिट” या “वर्किंग विजिट” जैसे नाम दिए जाते हैं.