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केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. (Image: ANI Twitter)
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केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई और यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में इस बात का एलान किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने अयोध्या कानून के तहत अधिग्रहीत 67.70 एकड़ भूमि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को हस्तांतरित करने का फैसला किया है.
#Cabinet has today given approval to proposal for creation of 'Shri Ram Janma Bhoomi Tirtha Kshetra' trust
The Trust will be free to take all decisions regarding creation of a magnificent #RamTemple in #Ayodhya: PM @narendramodi#cabinetdecisionspic.twitter.com/dYoGZT0yKr
— PIB India (@PIB_India) February 5, 2020
सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दी जाएगी
बुधवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रधानमंत्री मोदी ने सदन को बताया कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के आलोक में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह किया गया था और उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है. उन्होंने कहा कि उन्हें आज इस सदन को और पूरे देश को यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है. मंत्रिमंडल की बैठक में न्यायालय के आदेशों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. भगवान राम के मंदिर के निर्माण और दूसरे विषयों के लिए एक वृहद योजना तैयार की गयी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया. मोदी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार एक स्वायत्त ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया है. यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा. मोदी ने सभी दलों से समर्थन की अपील करते हुए कहा कि आइए, इस ऐतिहासिक क्षण में हम सभी सदस्य मिलकर अयोध्या में श्रीराम धाम के जीर्णोद्धार के लिए, भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए, एक स्वर में अपना समर्थन दें.
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फैसले के बाद देशवासियों ने परिपक्वता का उदाहरण दिया: मोदी
उन्होंने कहा कि 9 नवंबर, 2019 को वे करतारपुर गलियारे के लोकार्पण के लिए करतारपुर में थे. गुरुनानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व था और बहुत ही पवित्र वातावरण था. उसी दिव्य वातावरण में उन्हें देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा राम जन्मभूमि के विषय पर दिए गए ऐतिहासिक फैसले के बारे में पता चला था. मोदी ने कहा कि 9 नवंबर को फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था और वह इसके लिए देशवासियों की प्रशंसा करते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 9 नवंबर को राम जन्मभूमि पर फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर विश्वास जताते हुए बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था. वे आज सदन में देशवासियों के परिपक्व व्यवहार की प्रसंशा करता हैं. मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग एक बड़े परिवार के सदस्य हैं. इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी, स्वस्थ रहें, समृद्ध रहें, देश का विकास हो, इसी भावना के साथ उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के सिद्धांत पर चल रही है.
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, परंपराएं, हमें वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिन: का दर्शन देती हैं और इसी भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं. लोकसभा में प्रधानमंत्री द्वारा इस संबंध में घोषणा के बाद भाजपा के कई सदस्यों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाये. सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इसका स्वागत किया.